हाईप्रोफाइल सुसाइड केस में प्रदेश मंत्री पद से मुक्त आरोपी भाजयुमो नेता हिमांशु चमोली गिरफ्तार
पौड़ी गढ़वाल। तलसारी गांव निवासी युवक को आत्महत्या के लिए विवश करने के मुख्य आरोपी व प्रदेश मंत्री पद से मुक्त किए गए भाजयुमो नेता हिमांशु चमोली को पुलिस ने शुक्रवार सुबह गिरफ्तार कर लिया। इस हाईप्रोफाइल मामले में पौड़ी पुलिस ने प्राप्त साक्ष्यों और पूछताछ में मृतक के लगाए आरोपों की पुष्टि होने पर उसे की गिरफ्तारी की।
पुलिस के अनुसार, वीरवार 21 अगस्त को सुबह 8ः45 बजे पौड़ी कोतवाली को सूचना मिली कि पौड़ी ब्लॉक के तलसारी गांव निवासी 32 वर्षीय जितेंद्र कुमार ने स्वयं को गोली मारकर आत्महत्या कर ली है। सूचना मिलते ही कोतवाली पुलिस तत्काल घटनास्थल पर पहुंची और श्रीनगर से फॉरेंसिक टीम को बुलाकर मौके से साक्ष्यों का संकलन किया गया। घटना में प्रयुक्त गन, छर्रे, ब्लड सैंपल के साथ ही अन्य सबूत भी संकलित किए गए। एफएसएल टीम ने मृतक के हाथों का जीएसआर प्राथमिक परीक्षण किया तो हाथों पर गन पाउडर होने की पुष्टि हुई। परिजनों की तहरीर के आधार पर पौड़ी कोतवाली में मुकदमा कर मृतक का डॉक्टरों के पैनल से पोस्टमार्टम कराया गया।
सुसाइड से पहले सौरभ से बोला जितेंद्र, अपने फोन का कोड भेज रहा हूं…मुझे माफ कर देना…मैं जा रहा हूं
पुलिस के अनुसार, प्रारंभिक जांच व साक्ष्य संकलन में यह तथ्य सामने आए कि 20 अगस्त की रात जितेंद्र और उसके अन्य साथी भगवान सिंह व सौरभ खंडूरी बंदूक लेकर जंगल की ओर जंगली जानवरों का शिकार करने के लिए गए थे। बंदूक भगवान सिंह अपने रिश्तेदार थापली गांव निवासी ठाकुर सिंह से मांग कर लाया। तीनों जितेंद्र के वाहन न्ज्ञ 07 क्स् 9500 रात लगभग 11 बजे जंगल की ओर चल दिए। पुलिस के अनुसार, इस दौरान जितेंद्र ने अपने दोस्तों के साथ हुई बातचीत में बताया कि वह जमीन और पैसों को लेकर काफी परेशान चल रहा है। इस दौरान जितेंद्र लगातार अपने मोबाइल में कुछ टाइपिंग करने में लगा हुआ था। पुलिस के अनुसार, वापसी के समय वाहन को सौरभ चला रहा था। ड्राइवर के बगल वाली शीट पर जितेंद्र बैठा था, जबकि भगवान सिंह पीछे बैठा था। जितेंद्र ने अपने मोबाइल का कोड सौरभ को मैसेज किया। इसके बाद वह सौरभ से बोला कि मैं अपने फोन का कोड तुम्हें भेज रहा हूं, मुझे माफ कर देना। मैं जा रहा हूं। इतना कहते ही उसने एकदम से ट्रिगर दबाकर खुद को गोली मार दी। मौके पर ही जितेंद्र की मौत हो गई। उस वक्त सुबह के लगभग 4 बजे थे। इससे पूर्व जितेंद्र ने अपने सुसाइड का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर अपलोड किया।
रानीपोखरी में 3.5 बीघा जमीन के लिए जितेंद्र ने हिमांशु को दिए थे 35 लाख, न जमीन मिली-न रकम

पुलिस का कहना है कि सौरभ व भगवान ने जितेंद्र के पिता सतीश को इस घटना के संबंध में फोन किया। सतीश ने बताया कि वे अभी भानियावाला (देहरादून) में हैं। उन्होंने उनके आने तक कुछ न करने की ताकीद करते हुए कहा कि वे लोग गांव आ रहे हैं। परिजनों के गांव पहुंचने पर ही पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दी गई। पुलिस के अनुसार, मृतक के मोबाइल की जांच (चेटिंग आदि) व अन्य जांच करने पर यह तथ्य सामने आया है कि वह और आरोपी हिमांशु चमोली प्रापर्टी डीलिंग का काम भी करते हैं। उनके बीच रानीपोखरी क्षेत्र में 3.5 बीघा भूमि के एक प्लॉट की डील हुई थी, जिसके लिए जितेंद्र ने लगभग 35 लाख रूपये का भुगतान हिमांशु चमोली को किया। हिमांशु ने न तो उस जमीन का सेटलमेंट किया और न ही जितेंद्र की रकम लौटाई। जितेंद्र के फोन करने पर हिमांशु चमोली उसका फोन भी रिसीव नहीं कर रहा था। इस सबके चलते जितेंद्र मानसिक रूप से परेशान रहने लगा। पुलिस का कहना है कि अपने फोन में मृतक जितेंद्र ने 6 अगस्त और 18 अगस्त को सुसाइड करने संबंधी वीडियो भी रिकॉर्ड किए थे, जिनसे यह पुष्टि होती है कि वह पैसे डूबने से मानसिक रूप से काफी परेशान था, जिसके कारण उसने आत्महत्या करने का मन बनाया, क्योंकि यह रकम उसने इधर-उधर से जमा की थी।
साक्ष्यों और पूछताछ में आरोपों की पुष्टि होने पर की गई है गिरफ्तारी : पुलिस
पुलिस ने बताया कि इस संबंध में जमीनी दस्तावेजों व बैंक डिटेल की विस्तृत जांच की जा रही है। पूछताछ के लिए आरोपी हिमांशु चमोली को थाने लाया गया था। पूछताछ में उसने बताया कि उनके बीच प्रॉपर्टी की डील हुई थी, लेकिन दोनों के बीच सेटलमेंट नहीं हो पाया। पुलिस को हिमांशु चमोली ने अपना पैसा डूबने और फाइनेंसशियली नुकसान होने की बात कही। पुलिस के अनुसार, प्राप्त साक्ष्यों और पूछताछ में मृतक के लगाए आरोपों की पुष्टि होने पर हिमांशु चमोली पुत्र जेपी चमोली निवासी- कैलाश कुंज, भानियावाला (देहरादून) को गिरफ्तार कर लिया गया है। इस मामले में और भी साक्ष्यों का संकलन कर गहनता से जांच की जा रही है।

