उत्तराखंड और हिमाचल निवासी शहीदों के शव लाए गए जौलीग्रांट, श्रद्धांजलि देने पहुंचे सीएम पुष्कर सिंह धामी
देहरादून। जम्मू-कश्मीर के राजौरी में चल रहे ‘ऑपरेशन त्रिनेत्र’ में शहीद पांच जवानों में से गैरसैंण (चमोली) निवासी लांसनायक रूचिन रावत और पड़ोसी राज्य हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जनपद निवासी शहीद प्रमोद नेगी के शव शनिवार को यहां जौलीग्रांट एयरपोर्ट लाए गए। जौलीग्रांट एयरपोर्ट में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दोनों के पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इसके पश्चात दोनों के शवों को उनके पैतृक गांवों के लिए रवाना किया गया, जहां उनका सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार होना है।
जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा में अपने प्राण न्योछावर करने वाले हमारे शहीदों को यह देश हमेशा याद रखेगा। राज्य सरकार हर पल सैनिक परिवारों के साथ खड़ी इस दौरान सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी, डोईवाला के विधायक बृजभूषण गैरोला और देहरादून के एसएसपी दलीप कुंवर ने भी दोनों शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की।

गैरसैंण के कुनिगाड निवासी थे शहीद रूचिन
गौरतलब है कि शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर के राजौरी में आतंकवादियों के खिलाफ चलाए जा रहे ऑपरेशन के दौरान चमोली जिले के गैरसैंण ब्लॉक के कुनिगाड गांव निवासी 30 वर्षीय रूचिन रावत शहीद हो गए थे। रूचिन अपने पीछे बुजुर्ग दादा-दादी, माता-पिता, पत्नी और चार साल के बच्चे को छोड़ गए। सेना के 9 पैरा कमांडो यूनिट में रूचिन जम्मू-कश्मीर के ऊधमपुर में तैनात थे। साल-2009 में वे सेना में भर्ती हुए थे। उनकी पत्नी और बेटा ऊधमपुर में उनके साथ ही रह रहे थे।

सिरमौर के शिलाई गांव निवासी थे शहीद प्रमोद
‘ऑपरेशन त्रिनेत्र’ में कुल पांच जवान शहीद हुए। इनमें दो पड़ोसी राज्य हिमाचल प्रदेश के रहने वाले थे। रूचिन रावत के साथ हिमाचल के शहीद प्रमोद नेगी का शव भी जौलीग्रांट एयरपोर्ट लाया गया। प्रमोद नेगी देहरादून जिले की सीमा से सटे हिमाचल के पांवटा साहिब वाले सिरमौर जिले के शिलाई गांव के निवासी थे। चूंकि, सिरमौर से सबसे नजदीकी एयरपोर्ट जौलीग्रांट ही है। ऐसे में प्रमोद का शव भी सेना यहीं लेकर आई, जहां श्रद्धांजलि के बाद उसे शिलाई के लिए ले जाया गया। करीब 6 वर्ष पूर्व सेना में भर्ती हुए प्रमोद स्पेशल फोर्स में तैनात थे। वे अपने पीछे माता-पिता और भाई-बहन को बिलखता छोड़ गए। प्रमोद का छोटा भाई नितेश भी सेना में है।

