नवीन चकराता: 25 साल पहले अविभाजित यूपी के समय हुआ था शिलान्यास
देहरादून। नवीन चकराता नाम से टाउनशिप विकसित करने के प्रस्ताव को मंजूरी पुष्कर सिंह धामी मंत्रिमंडल ने भले ही बुधवार को दी हो, मगर इसका शिलान्यास 25 साल पहले किया जा चुका है। अविभाजित उत्तर प्रदेश के समय तत्कालीन गढ़वाल मंडलायुक्त बृजमोहन बोहरा और जिला पंचायत अध्यक्ष रामशरण नौटियाल ने 1997 में इसका शिलान्यास किया था।
ब्रिटिश सरकार ने 1866 में बसाया चकराता, 1869 में बनाया कैंट
चकराता उत्तराखंड के उन चंद बेहद खूबसूरत क्षेत्रों में से है, जो अपनी नैसर्गिक सुंदरता के साथ ही अपनी लोक परंपराओं और संस्कृति के कारण भी देश-दुनिया को अपनी ओर खींचते हैं। जौनसार-बावर का प्रमुख नगर या कहें मुख्यालय चकराता ब्रिटिशकाल में बसाया गया महत्वपूर्ण कैंट है। समुद्र तल से 2118 मीटर की ऊंचाई पर यमुना और टोंस नदी के बीच चकराता 1866 में बसाया गया था। ब्रिटिश सरकार ने 1869 में इसे कैंट बोर्ड के अधीन किया। देहरादून जिला मुख्यालय से करीब 95 किलोमीटर दूर स्थित चकराता के आसपास घने जंगल और हिमाच्छादित पहाड़ियां इसके रूप को और भी निखारती हैं। महाभारत काल और पांडवों से जुड़े इस क्षेत्र की अनेक कथाएं लोक में प्रचलित हैं।
गढ़वाल कमिश्नर बोहरा और जिला पंचायत अध्यक्ष नौटियाल ने 1997 में रखी थी आधारशिला
उत्तर प्रदेश के समय तत्कालीन जिला पंचायत अध्यक्ष रामशरण नौटियाल की पहल पर कैंट क्षेत्र से बाहर करीब 6 किलोमीटर दूर पुरोड़ी और इसके आसपास तत्कालीन गढ़वाल कमिश्नर बीएम बोहरा ने यूपी सरकार की ओर से नवीन चकराता बसाने की घोषणा की थी। इसके लिए नवंबर-1997 में शिलान्यास भी किया गया। यह ऐसा दौर था, जब उत्तराखंड राज्य आंदोलन उफान पर था। लिहाजा, बात आगे नहीं बढ़ी और इधर नवंबर-2000 में उत्तर प्रदेश से अलग उत्तराखंड राज्य बन गया। राज्य बनने के बाद भी दो दशक तक इस ओर किसी सरकार ने ध्यान नहीं दिया।
सीएम धामी ने झाड़ी नवीन चकराता की फाइल से धूल, 40 गांव होंगे शामिल
मुख्यमंत्री बनने के बाद अपने पहले कार्यकाल के दौरान पुष्कर सिंह धामी ने 26 नवंबर 2021 को पुरोड़ी-नागथात-लखवाड़ से यमुना नदी तक नवीन चकराता टाउनशिप डेवलप करने की घोषणा की। इस पर भी करीब डेढ़ वर्ष बाद अब अमल की शुरूआत हो रही है। बुधवार को हुई धामी कैबिनेट की बैठक में नवीन चकराता टाउनशिप के लिए पुरोड़ी-नागथात-लखवाड़ से यमुना नदी तक के क्षेत्र को विकास क्षेत्र घोषित करने का निर्णय किया गया। उक्त क्षेत्र के आर्थिक व सामाजिक विकास, खेल व साहसिक गतिविधियों में वृद्धि, पर्यटन को बढ़ावा देने आदि के उद्देश्य से एमडीडीए का विकास क्षेत्र घोषित किया गया। नवीन चकराता टाउनशिप के लिए ठाणा, टुंगरा, चोर कुनावा, विरमोऊ, छटोऊ, क्यावा, कैनोटा, गांगरौ, मुंधान, लखवाड़ समेत क्षेत्र के 40 गांवों को चिह्नित किया गया है। नवीन चकराता विकास क्षेत्र के लिए चकराता तहसील के एडीएम को पदेन संयुक्त सचिव बनाया गया है।