हल्द्वानी में कर्फ्यू के बीच बवालियों की धरपकड़ शुरू, पांच मौत की पुष्टि, रामनगर में पुलिस का फ्लैग मार्च
हल्द्वानी। बनभूलपुरा में वीरवार शाम हुए बवाल के बाद शुक्रवार को कफ्र्यू और प्रशासन की सख्ती के बीच आमतौर पर शांति रही। बवाल में पांच लोगों की मौत होने की पुष्टि नैनीताल प्रशासन ने की है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से लेकर मुख्य सचिव और डीजीपी तक सरकार और शासन व पुलिस के आला अधिकारियों ने हल्द्वानी पहुंचकर हालात का जायजा लिया। दंगाइयों को चिह्नित करते हुए उनकी धरपकड़ का सिलसिला शुरू कर दिया गया है।
विभिन्न अस्पतालों में भर्ती 14 घायलों को किया जा रहा उपचार

नैनीताल जिला प्रशासन की ओर से हल्द्वानी हिंसा में वीरवार रात कुल पांच लोगों की मौत होने की पुष्टि की गई है। मृतकों की पहचान फईम कुरैशी, जाहिद, मो. अनस, शब्बान और प्रकाश कुमार के रूप में हुई है। प्रशासन स्तर से जारी की गई सूचना के अनुसार, हल्द्वानी बेस चिकित्सालय में भर्ती सात, कृष्णा चिकित्सालय में तीन, सुशीला तिवारी चिकित्सालय में तीन और बृजलाल अस्पताल में एक घायल का उपचार चल रहा है।
सुनियोजित साजिश, छतों से पथराव के बाद हुआ पेट्रोल बमो से हमला : डीएम

इससे पहले सुबह नैनीताल की डीएम वंदना सिंह और एसएसपी प्रह्लाद नारायण मीणा ने हल्द्वानी नगर निगम सभागार में प्रेस कांफ्रेंस की। डीएम ने बनभूलपुरा में वीरवार को मलिक के बगीचे में अवैध रुप से कब्जा कर बनाए मदरसा और नमाज स्थल ध्वस्त करने गई प्रशासन व नगर निगम की टीम और पुलिस पर हमले को सुनियोजित साजिश बताया। डीएम ने बताया कि सामान्य रूप से अतिक्रमण की प्रक्रिया हल्द्वानी समेत अन्य इलाकों में चल रही है। इसी क्रम में हल्द्वानी नगर के विशेष समुदाय बहुल क्षेत्र के मलिक का बगीचा में नजूल भूमि पर बने मदरसा-नमाज स्थल को ध्वस्त किया गया। केवल सरकारी नजूल भूमि पर अतिक्रमण का ही ध्वस्तीकरण किया गया। पूर्व में सभी को नोटिस दिए गए। साथ ही विधिवत सुनवाई भी की गई। डीएम वंदना ने बताया कि अराजकतत्वों ने थाने और कानून को चुनौती देने का प्रयास किया। छतों से पथराव किया गया और फिर पेट्रोल बम भी फेंके गए।
उपद्रवियों को भड़काने वाले 15-20 लोग अब तक हो चुके चिह्नित: एसएसपी
एसएसपी पीएन मीणा ने साफ किया कि हल्द्वानी समेत जिले में शांति व्यवस्था को नहीं बिगड़ने देना प्रशासन की प्राथमिकता है। वर्तमान में वनभूलपुरा समेत हल्द्वानी में हालात सामान्य हैं। उपद्रवियों को भड़काने वाले चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। ऐसे ही 15-20 अन्य लोगों को चिह्नित कर लिया गया है, जिन्होंने लोगों को भड़काया। एसएसपी ने साफ किया कि स्टेट को चुनौती देने वाले उपद्रवियों से सख्ती से निपटा जाएगा।
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने की घायलों से मुलाकात, बोले- जांच समिति बनाकर सख्ती से होगी कार्रवाई

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार सुबह राजधानी देहरादून में शासन और पुलिस के आला अधिकारियों के साथ बैठक करके हालात की समीक्षा की। दोपहर बाद वे हल्द्वानी पहुंचे और कोतवाली परिसर में 20 से अधिक घायल पुलिस कर्मियों व पत्रकारों से मुलाक़ात की। मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन और पुलिस के अधिकारियों को आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कुछ अराजकतत्व ने देवभूमि उत्तराखंड का माहौल खराब करने का प्रयास कर रहे हैं। ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकारी संपत्ति में अतिक्रमण करने वालों और हिंसा फैलाने के खिलाफ जांच समिति बनाकर सख्ती से कार्रवाई की जाएगी। इस दौरान नैनीताल जिले की प्रभारी मंत्री रेखा आर्य, विधायक बंशीधर भगत, डीआईजी योगेंद्र रावत, सूचना महानिदेशक बंशीधर तिवारी आदि मौजूद रहे।
मुख्य सचिव राधा रतूड़ी और डीजीपी अभिनव कुमार ने मौके पर पहुंचकर की हालात की समीक्षा

इससे पहले दोपहर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी और डीजीपी अभिनव कुमार भी अधिकारियों के साथ बनभूलपुरा के हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में हालात का जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों को आम जनता की सुरक्षा व शांति को शीर्ष प्राथमिकता पर लेते हुए कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए कड़े निर्देश दिए। मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने कहा कि स्थिति नियंत्रण में है। हालात सामान्य हैं। दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
रामनगर में धारा-144 लागू, बाजार रखे गए बंद, देहरादून और हरिद्वार में भी प्रशासन अलर्ट

नैनीताल जिले के रामनगर में धारा-144 लागू करने के साथ ही पुलिस ने फ्लैगमार्च निकाला। वहीं, देहरादून, विकासनगर, हरिद्वार, रुड़की आदि शहरों में पुलिस ने गश्त की। हल्द्वानी के घटनाक्रम के बाद रामनगर में धारा-144 लागू कर दी गई। प्रशासन ने एहतियात के तौर पर स्कूल और आवश्यक वस्तुओं की दुकानों को छोड़कर बाकी बाजार बंद रखने के आदेश दिए। हालांकि, बैंकों में सामान्य कामकाज हुआ। एसडीएम राहुल शाह और सीओ भूपेंद्र भंडारी की अगुआई में भारी पुलिस बल ने फ्लैग मार्च निकाला, जो विभिन्न मार्गों से होते हुए कोतवाली पहुंचकर समाप्त हुआ। शहर और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में पूरी तरह शांति बनी है।

