बनभूलपुरा दंगे के आरोपी अब्दुल मलिक और मोईद के घर की हुए कुर्की, पुलिस ने शहरभर में लगाए वांछित 9 उपद्रवियों के पोस्टर
हल्द्वानी। पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों की मौजूदगी में शुक्रवार रात बलभूलपुरा दंगे में वांछित आरोपी अब्दुल मलिक और उसके बेटे अब्दुल मोईद के घर की कुर्की कर दी। आरोपियों के बनभूलपुरा स्थित घर पर दोपहर शुरू हुई कार्रवाई देर रात तक चली। कार्रवाई एसपी सिटी हरबंस सिंह, सीओ लालकुआं संगीता, तहसीलदार सचिन व अन्य अधिकारियों की मौजूदगी में हुई।
इसबीच, पुलिस ने दंगे में शामिल 9 दंगाइयों के पोस्टर जारी किए हैं। इन पोस्टरों को हल्द्वानी शहर में जगह–जगह चस्पा किए गए हैं। पुलिस की टीमें लगातार इन उपद्रवियों की सभी संभावित ठिकानों में तलाश कर रही हैं। पुलिस के अनुसार, बनभूलपुरा क्षेत्र में 8 फरवरी को अतिक्रमण हटाने के दौरान उपद्रवियों ने पुलिस, प्रशासन, नगर निगम व मीडिया कर्मियों पर पथराव करने के साथ ही आगजनी और गोलीबारी की। अब तक सीसीटीवी फुटेज व अन्य साक्ष्यों के आधार पर 42 दंगाइयों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से अवैध हथियार व कारतूस बरामद किए जा चुके हैं।
शुक्रवार को नैनीताल पुलिस ने 9 वांछित दंगाइयों के पोस्टर जारी किए। इनमें अब्दुल मलिक पुत्र अब्दुल रज्जाक, तस्लीम पुत्र साबिर कुरेशी, वसीम उर्फ हप्पा पुत्र अनीस सिद्दीकी, अयाज अहमद पुत्र शकील अहमद उर्फ हाफिज, रईस उर्फ दत्तू पुत्र रफीक अहमद, अब्दुल मोईद पुत्र अब्दुल मलिक, शकील अंसारी पुत्र जमील अहमद, मौकिन सैफी पुत्र नईम सैफी व जिया उल रहमान पुत्र अखलाक हुसैन शामिल हैं। पुलिस ने इनकी सूचना देने के लिए टेलीफोन नंबर भी जारी किए हैं।
वहीं, शुक्रवार को पुलिस ने दंगे के दो आरोपियों- 21 वर्षीय अजीम पुत्र मोहसिन निवासी इंदिरा नगर बनभूलपुरा और 37 वर्षीय शहाबुद्दीन पुत्र मोहम्मद याकूब निवासी नई बस्ती इंदिरा नगर को गिरफ्तार कर लिया।
दूसरी ओर, एडीजी प्रशासन अमित सिन्हा बनभूलपुरा पहुंचे, जहां उन्होंने अतिक्रमणमुक्त कराई गई भूमि पर स्थापित की गई पुलिस चौकी का मुआयना किया। इस दौरान उन्होंने जिला पुलिस के अधिकारियों के साथ नए थाने की स्थापना के संबंध में बीपीआरएंडडी के निर्धारित मानकों संबंधी प्रस्ताव के बारे में विस्तार से चर्चा की। एडीजी ने क्षेत्र के मौजूदा हालात की भी समीक्षा की। इस दौरान कुमाऊं रेंज के डीआईजी योगेंद्र सिंह रावत, नैनीताल के एसएसपी प्रहलाद नारायण मीणा, एएसपी मनोज ठाकुर, सीओ भवाली नितिन लोहनी, सीओ एसटीएफ सुमित पांडे आदि मौजूद रहे।