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डीएम ने की पहल, तो पहली बार हरिद्वार की सड़कों पर उतर आया ‘लोकजीवन’ का सांस्कृतिक वैभव

हरिद्वार। गंगा नगरी हरिद्वार की सड़कों पर इस राज्य स्थापना दिवस के मौके पर भव्य झांकियों के साथ उत्तराखंडी लोक संस्कृति की धारा बही। लोकगीतों-लोकनृत्यों ने सभागारों से बाहर सड़कों पर लोकजीवन को उसके पूरे सांस्कृतिक वैभव के साथ उतार दिया। पर्यटकों-यात्रियों से लेकर स्थानीय लोगों तक सभी इस ‘सांस्कृतिक और विकास यात्रा’ के दीदार से आनंदित हुए।

अब तक स्कूल-कॉलेजों के परिसर तक ही सीमित रहते थे राज्य स्थापना दिवस के आयोजन

विभिन्न जिलों में स्थानीय संस्कृति, पहचान, कला, शिल्प और धरोहरों के ‘प्रोत्साहक’ के रूप में ख्याति अर्जित कर चुके धीराज सिंह गर्ब्याल वर्तमान में हरिद्वार के डीएम हैं। अपनी विशिष्ट कार्यशैली से अलग पहचान बनाने वाले गर्ब्याल की पहल पर हरिद्वार प्रशासन ने राज्य स्थापना दिवस समारोह को भी अलग पहचान दी। पूर्व में स्कूल-कॉलेजों में ही थोड़ा-बहुत सांस्कृतिक आयोजन राज्य स्थापना दिवस पर होता था। लेकिन, इस बार डीएम गर्ब्याल ने इसे स्कूल-कॉलेजों से बाहर आमलोगों और देश-विदेश के पर्यटकों-तीर्थयात्रियों के बीच ले जाने की अभिनव पहल की। इसे अमल में लाने के लिए पिछले कई दिन से पूरा प्रशासन जुटा, विभाग जुटे, संस्थाएं जुटीं। नतीजतन, लोकगीतों-लोकनृत्यों के साथ ही झांकियों से देर तक हरिद्वार की सड़कें बहुरंगी बनी रहीं।

विकास की भी मिली झलक, ऋषिकुल के मंच पर भी बिखरी लोकनृत्यों की अनुपम छटा

हरिद्वार से लोकसभा सदस्य डॉ. रमेश पोखरियाल ’निशंक’ और डीएम गर्ब्याल आदि ने ऋषिकुल राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज से सांस्कृतिक व विकास यात्रा को हरी झंडी दिखाई। समाज कल्याण विभाग, कृषि विभाग, उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग, संस्कृत विश्वविद्यालय हरिद्वार, पर्यटन विभाग, रेडक्रास, महिला कल्याण विभाग, स्वास्थ्य विभाग, नारी सशक्तिकरण, सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज मायापुर, एनसीसी, राष्ट्र सेवा योजना आदि विभिन्न विभागों और संस्थाओं की अलग-अलग थीम पर आधारित 25 झांकियां इसमें शामिल हुईं। वहीं, सांस्कृतिक यात्रा में कई टोलियां लोकनृत्य प्रस्तुत करते हुए चल रही थीं। 

इसके साथ ही ऋषिकुल ऑडिटोरियम में सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति दी गईं। सरस्वती विद्या मंदिर की टीम के मांगल गीत, ‘दैणा होया खोली का गणेशा…’ के साथ कार्यक्रम का श्रीगणेश हुआ। हरिहरन पब्लिक स्कूल ने ‘गणपति बप्पा मोरिया…’, डीपीएस ने लोकप्रिय लोकगीत ‘बेडू पाको बारों मासा…’, सेंट मैरीज पब्लिक स्कूल ने राजस्थानी लोकगीत की प्रस्तुति दी। पार्थ सारथी स्कूल ने 18 राज्यों की संस्कृति को एक सूत्र में पिरोते हुए अनेकता में एकता का संदेश दिया। श्रीराम विद्या मंदिर पब्लिक स्कूल श्यामपुर और उतेश्वर पब्लिक स्कूल की छात्र-छात्राओं ने भी उत्कृष्ट प्रस्तुतियों के लिए दर्शकों की सराहना पाई।

विभिन्न योजनाओं के पात्र बने लाभार्थी, विजेता हुए पुरस्कृत और उत्कृष्टता के लिए कर्मी सम्मानित

इस मौके पर विभिन्न विभागों ने प्रदर्शनी भी लगाई। समारोह में सांसद निशंक ने ‘महालक्ष्मी योजना’ के तहत आंगनबाड़ी केंद्रों में पंजीकृत गर्भवती महिलाओं को प्रसव उपरांत व उनकी नवजात कन्या शिशुओं को महालक्ष्मी किट प्रदान किए। जिलास्तरीय कुश्ती के विजेताओं को पुरस्कृत किया गया। मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के लाभार्थियों को चेकों का वितरण किया गया। प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के अंतर्गत लाभार्थियो को आवासों की चाबी भेंट की गई। इसके साथ ही आपदा के समय उत्कृष्ट कार्य करने के लिए आपदा प्रबंधन अधिकारी मीरा रावत, नवीन त्यागी, मनीष गुप्ता, विनीत कुमार, विजयेंद्र कश्यप, अनुज यादव, सविता, विनोद शर्मा, अनिल गुप्ता, नवीन, आशीष ममगांई, सुभाष चौहान, सोनू बर्मन आदि को सम्मानित किया गया।

समारोह में जिला पंचायत अध्यक्ष किरण चौधरी व शिवालिक नगर पालिकाध्यक्ष राजीव शर्मा ने भी संबोधन किया। संचालन रेडक्रॉस सचिव व कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ. नरेश चौधरी ने किया। भाजपा के हरिद्वार जिलाध्यक्ष संदीप गोयल, रूड़की जिलाध्यक्ष शोभाराम प्रजापति, जिला महामंत्री आशू चौधरी, उपाध्यक्ष लव शर्मा, मंडी परिषद के पूर्व चेयरमैन संजय चोपड़ा, एसएसपी प्रमेंद्र डोभाल, सीडीओ प्रतीक जैन, एचआरडीए के सचिव उत्तम सिंह चौहान, रूड़की के ज्वाइंट मजिस्ट्रेट अभिनव शाह, हरिद्वार नगर निगम के एमएनए दयानंद सरस्वती समेत विभिन्न विभागों के अधिकारी व अन्य लोग मौजूद रहे।

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