रामलला की इस मूर्ति के होंगे अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि के नव निर्मित मंदिर में दर्शन
नई दिल्ली। अयोध्या स्थित श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में स्थापना के लिए भगवान राम की मूर्ति का चयन कर लिए गया है। भगवान राम-सीता, लक्ष्मण और हनुमानजी की इन मूर्ति का निर्माण कर्नाटक के सुप्रसिद्ध मूर्तिकार योगीराज अरुण ने किया है। 22 जनवरी को भगवान राम की इस श्यामवर्णी मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा नव निर्मित मंदिर में की जानी है।
कर्नाटक के योगीराज अरुण की बनाई मूर्ति का हुआ चयन, केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी ने दी जानकारी

मूर्ति के चयन की जानकारी केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी ने सोमवार देर रात अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल ‘एक्स’ पर मूर्तिकार की फोटो के साथ साझा की। केंद्रीय मंत्री जोशी स्वयं भी कर्नाटक से आते हैं। उन्होंने लिखा, ‘जहां राम हैं, वहां हनुमान हैं। आगे लिखा गया कि ‘अयोध्या में भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा के लिए मूर्ति का चयन फाइनल हो गया है. हमारे देश के सुप्रसिद्ध मूर्तिकार, हमारे गौरव योगीराज_अरुण जी की बनाई गई भगवान राम की मूर्ति अयोध्या में स्थापित की जाएगी। यह राम हनुमान के अटूट रिश्ते का एक और उदाहरण है। इसमें कोई दो राय नहीं है कि हनुमान की भूमि कर्नाटक से रामलला के लिए यह एक महत्वपूर्ण सेवा है।’
भव्य राम मंदिर का 22 जनवरी को प्रधानमंत्री करेंगे श्रद्धालुओं के लिए खोले जाने का श्रीगणेश

अयोध्या में 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विधिवत पूजा-अर्चना के साथ राम मंदिर के दुनियाभर के श्रद्धालुओं के लिए खोले जाने की शुरुआत करेंगे। इस मौके पर रामलला की वही मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा के साथ गर्भगृह में स्थापित होगी, जो मूर्तिकार योगीराज ने तैयार की है। उल्लेखनीय है कि केदारनाथ में आदिगुरु शंकराचार्य की जो मूर्ति लगाई गई है, वह भी योगीराज अरुण की बनाई हुई है। इसके अलावा इंडिया गेट पर स्थापित सुभाष चंद्र बोस की मूर्ति का निर्माण भी उन्होंने ही किया है।

