उत्तराखंडदेवभूमि दर्शनमेले-उत्सवसमाज-संस्कृति

गुलाबी ठंडक के साथ मेलों के उल्लास में डूबा पहाड़, मुख्यमंत्री ने किया तीन ऐतिहासिक मेलों का शुभारंभ

कर्णप्रयाग/पिथौरागढ़/श्रीनगर। सर्दियों की ठिठुरन बढ़ने से पहले गुलाबी ठंडक के इस माहौल में पहाड़ मेलों के उल्लास में डूब गया है। वीरवार को गढ़वाल और कुमाऊं मंडल में एक साथ तीन प्रमुख और ऐतिहासिक मेले आरंभ हुए। ये मेले दशकों से पहाड़ की पहचान और यहां के लोगों के मेल-जोल का केंद्र बने हैं। स्थानीय लोक संस्कृित, धार्मिक आस्था और  व्यापार से जुड़े इन मेलों का मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने संबंधित क्षेत्रों के लिए विभिन्न घोषणाओं की झड़ी के साथ औपचारिक शुभारंभ किया।

72वां गौचर मेला :

चमोली जिले में कर्णप्रयाग के नजदीक गौचर में आयोजित होने वाला ऐतिहासिक मेला 72 साल का सफर पूरा कर चुका है। समूचे उत्तराखंड में प्रसिद्ध 72वें राजकीय गौचर मेले का वीरवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वीरवार दोपहर उद्घाटन किया। इस मौके पर उन्होंने चमोली में 4.93 करोड़ की लागत से नवनिर्मित उप संभागीय परिवहन कार्यालय भवन का लोकार्पण किया। साथ ही मुख्यमंत्री ने पोखरी में रानौ-सिमखोली मोटर मार्ग, काफलपानी से भरतपुर तक मोटर मार्ग विस्तारीकरण, जिलासू-सरणा मोटर मार्ग निर्माण, चमोली प्रेस क्लब को कक्ष निर्माण के लिए 10 लाख की स्वीकृति, आगामी नंदादेवी राजजात यात्रा के लिए ढांचागत सुविधाओं के विकास के लिए माह दिसंबर में उच्चस्तरीय बैठक कराने और पोखरी में पालिटेक्निक भवन निर्माण कार्य पूरा कराने की घोषणा की।

इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि गौचर मेला संस्कृति, बाजार और उद्योग तीनों के समन्वय के कारण एक प्रसिद्ध राजकीय मेला है। सात दशक से अधिक समय से इस मेले का आयोजन राज्य और सब क्षेत्रवासियों के लिए गर्व की बात है। गौचर मेला हमारे राज्य के प्रमुख ऐतिहासिक मेलों में से एक है, जिसमें सरकार की विभिन्न विभाग सक्रिय होकर प्रतिभाग करते हैं। उन्होंने कहा कि मेले हमारे जीवन में विशेष स्थान रखते हैं। इनके माध्यम से समृद्ध परंपराओं को संजोने में सहायता मिलती है। साथ ही मेले, मनोरंजन और सामाजिक मेल मिलाप मे भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

मेले के उद्घाटन अवसर पर मुख्यमंत्री ने पत्रकारिता जगत में उत्कृष्ट कार्य करने पर वरिष्ठ पत्रकार क्रांति भट्ट को गोविंद प्रसाद नौटियाल स्मृति सम्मान और श्रीगुरू रामराय एजुकेशन मिशन देहरादून को शिक्षा और साहित्य प्रसार के लिए महेशानंद नौटियाल स्मृति सम्मान से सम्मानित किया। गौचर मेले में पहले दिन ईष्ट रावल देवता की पूजा के बाद प्रातः स्कूली बच्चों ने प्रभात फेरी निकाली। मेलाध्यक्ष व जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने झंडारोहण कर मार्च पास्ट की सलामी ली। खेल मैदान में बालक व बालिकाओं की प्रतियोगितात्मक दौड़, नेहरू चित्रकला प्रतियोगिता, शिशु प्रदर्शनी और शिक्षण संस्थाओं की ओर से सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए। इस मौके पर राज्यसभा सदस्य महेंद्र भट्ट, स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत, कर्णप्रयाग के विधायक अनिल नौटियाल, पुलिस अधीक्षक सर्वेश पंवार, मुख्य विकास अधिकारी नंदन कुमार, मेलाधिकारी संतोष कुमार पांडेय समेत बड़ी संख्या में मेलार्थी मौजूद थे।

जौलजीबी मेला:

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पिथौरागढ़ जिले के ऐतिहासिक जौलजीबी मेले का भी वीरवार को शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने 64.47 करोड़ की 18 योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। इनमें 29.65 करोड़ के 13 लोकार्पण व 34.72 करोड़ के 5 शिलान्यास शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि जौलजीबी मेला राज्य के लिए एक अनमोल धरोहर है, जो सदियों से भारत-तिब्बत, भारत नेपाल और सीमावर्ती क्षेत्रों में आपसी सौहार्द बढ़ाता है। यह मेला हमारी समृद्ध परंपराओं को संजोने का कार्य करता है। यहां का नेपाल और तिब्बत से सदियों से सांस्कृतिक संबंध रहा है। नेपाल से इस क्षेत्र का रोटी और बेटी का सबंध है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह मेला भारत और नेपाल के बीच आर्थिक सबंधों को बढ़ाने का कार्य भी करता है। यह मेला छोटे व्यापारियों, किसानों और कारीगरों को अपने उत्पादों का मंच प्रदान करने का बड़ा माध्यम है। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर घोषणा की कि मक्काना से सेकला तक मोटर मार्ग के निर्माण किया जाएगा। मवानी रवानी में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण और तेजम में मिनी स्टेडियम का निर्माण किया जाएगा। उद्घाटन अवसर पर केंद्रीय राज्यमंत्री अजय टम्टा, विधायक बिशन सिंह चुफाल, हरीश धामी, जिला पंचायत अध्यक्ष दीपिका बोरा, धारचूला के ब्लाॅक प्रमुख धन सिंह धामी, पिथौरागढ़ के डीएम विनोद गिरी गोस्वामी व एसपी रेखा यादव भी मौजूद रहे।

बैकुंठ चतुर्दशी मेला :

श्रीनगर गढ़वाल में स्थित कमलेश्वर महादेव मंदिर में बैकुंठ चतुर्दशी की रात दंपति संतान प्राप्ति की कामना के साथ रातभर हाथ में जलता दीपक लेकर खड़े रहते हैं। इस मौके पर मेले का आयोजन होता है, जो 10 दिन तक चलता है। उत्तराखंड के इस प्रसिद्ध मेले का भी वीरवार शाम मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उद्घाटन किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि यह बैकुंठ चतुर्दशी मेला असंख्य लोगों की श्रद्धा से भी जुड़ा है। लोगों की कमलेश्वर महादेव के प्रति अटूट आस्था है। उन्होंने मेले और क्षेत्र के विकास के लिए हर संभव मदद का आश्वासन दिया।

इस मौके पर क्षेत्रीय विधायक व स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत, पौड़ी के डीएम आशीष चौहान आदि मौजूद रहे। मेले के उद्घाटन अवसर पर सांस्कृतिक दलों ने विविध कार्यक्रम प्रस्तुत किए। मेले में कई तरह के स्टॉल भी लगाए गए हैं, जहां लोगों की भीड़ रही। इससे पहले मुख्यमंत्री ने कमलेश्वर महादेव मंदिर पहुंचकर दर्शन और पूजा-अर्चना की।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *