सृजनकलाबोली-भाषासिनेमा

गढ़वाली फिल्म इंडस्ट्री की जानी-मानी अभिनेत्री गीता उनियाल का पार्थिव शरीर पंचतत्व में विलीन

देहरादून। गढ़वाली फिल्मों और म्युजिक एलबमों की प्रसिद्ध अभिनेत्री गीता उनियाल का पार्थिव शरीर आज पंचतत्व में विलीन हो गया। दोपहर हरिद्वार के खड़खड़ी स्थित श्मशान में उनका अंतिम संस्कार किया गया। गीता की चिता को 11 वर्षीय पुत्र रुद्रांश और पति विकास उनियाल ने मुखाग्नि दी। इस दौरान प्रख्यात जागर गायक प्रीतम भरतवाण व भाजपा सांस्कृतिक प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक राजेंद्र रावत समेत उत्तराखंडी फिल्मोद्योग से जड़ी तमाम हस्तियां मौजूद रहीं। रावत ने बताया कि वीरवार को दोपहर 3 बजे हरिद्वार बाईपास स्थित मीनाक्षी वेडिंग प्वाइंट में आयोजित सभा में स्व. गीता उनियाल को श्रद्धांजलि दी जाएगी।

अभिनेत्री गीता उनियाल का बीते मंगलवार को निधन हो गया था। वह लंबे समय से कैंसर से पीड़ित थीं। गीता अपने पीछे पति, 11 वर्षीय पुत्र व 3 वर्षीय पुत्री को बिलखता छोड़ गईं। गढ़वाली फिल्मों के निर्माता-निर्देशक प्रदीप भंडारी समेत तमाम हस्तियों ने उनके निधन पर दुख जताया है।

साल-2002 में म्युजिक एलबम में अभिनय के साथ गीता ने उत्तराखंडी फिल्म और म्युजिक इंडस्ट्री में कदम रखा था। प्रख्यात लोक गायक नरेंद्र सिंह नेगी और जागर गायक प्रीतम भरतवाण समेत सभी प्रमुख गायक-गायिकाओं के एलबम में उन्होंने अभिनय किया। साल-2016 से वे ‘ भुली ए भुली’, ‘मेरू गौं’, ‘मां धारी देवी’, ‘खैरी का दिन’, ‘भगत अर घंडियाल’ समेत अनेक गढ़वाली फिल्मों में अभिनय कर चुकी हैं। इससे भी पहले से वह बलदेव राणा की टीम के साथ जुड़कर नाटक माधो सिंह भंडारी में अभिनय करती रही हैं।

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