अदब की नगरी लखनऊ की शाम में घुली उत्तराखंडी लोक संस्कृति की महक
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के विविध रंगों में मंगलवार रात उत्तराखंडी लोक संस्कृति के रंग भी घुले। फिजा में लोकगीत गूंजे और लोक वाद्यों की धुन के बीच मंच पर लोकनृत्यों की प्रस्तुति पर पंडाल में बैठे लोग भी थिरक उठे। अवसर था, ‘उत्तराखंड महोत्सव’ का। लखनऊ में उत्तराखंड मूल के लोगों की संस्था ‘उत्तराखंड महापरिषद’ की ओर से यह आयोजन किया गया है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को महोत्सव का औपचारिक शुभारंभ किया।
वर्ष में एक-दो बार अपने गांव अवश्य आएं लखनऊ में निवासरत उत्तराखंडवासीः धामी
इस अवसर पर धामी ने ऐसे आयोजनों को अपनी संस्कृति को जानने और देश-दुनिया तक पहुंचाने का बेहतरीन माध्यम बताया। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड महोत्सव जैसे आयोजन हमारी लोक विरासत को संरक्षण प्रदान करने के साथ ही आने वाली पीढ़ी को हमारी लोक संस्कृति से परिचित करा रहे हैं। ऐसे महोत्सवों के माध्यम से हमारे राज्य के कलाकारों को भी मंच और उनकी कला को प्रोत्साहन मिलता है। उन्होंने कहा कि आज के दौर में अपनी संस्कृति व परंपराओं को सहेजना अत्यंत आवश्यक है, क्योंकि अपनी माटी, अपनी संस्कृति और अपनी परंपरा से कटा व्यक्ति त्रिशंकु की भांति न इधर का रहता है और न ऊधर का। इसलिए यदि हमें आगे बढ़ना है तो अपनी परंपराओं और संस्कृति से जुड़े रहना होगा। उन्होंने लखनऊ में निवासरत उत्तराखंडवासियों से अपील की कि वे अपने-अपने गांव में वर्ष में एक या दो बार अवश्य आएं। इससे हमारी भावी पीढ़ी उत्तराखंड की परंपराओं से परिचित तो होगी ही, उत्तराखंड की संस्कृति और लोक परंपराओं को भी बढ़ावा मिलेगा। धामी ने देहरादून-लखनऊ के बीच वंदेभारत एक्सप्रेस का संचालन शुरू कराने के लिए केंद्रीय रेलमंत्री से वार्ता करने की भी बात कही।
मेहरा और जोशी को प्रदान किया उत्तराखंड महापरिषद का हीरक जयंती सम्मान, सतरंगी का विमोचन
धामी ने इस अवसर पर उत्तराखंड महापरिषद (पूर्व में कुमाऊं परिषद) के संस्थापक अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री रहे भारत रत्न स्व. गोविंद बल्लभ पंत, स्व. दयाकृष्ण जोशी, स्व. मेजर हयात सिंह और यूपी-उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री स्व. नारायण दत्त तिवारी को भी नमन किया। उन्होंने इस अवसर पर पूरन सिंह जीना की पुस्तक ‘सतरंगी’ का विमोचन करने के साथ ही चंदन सिंह मेहरा और सत्यप्रकाश जोशी को उत्तराखंड महापरिषद के हीरक जयंती सम्मान से सम्मानित किया। कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के राज्यमंत्री ब्रिजेश सिंह, लखनऊ की मेयर सुषमा खर्कवाल, उत्तराखंड महापरिषद के पदाधिकारी दीवान सिंह अधिकारी, देवेंद्र सिंह बिष्ट व अन्य मौजूद रहे।

