मंच के आह्वान पर प्रदेशभर में गरजे राज्य आंदोलनकारी, कई जगह किया धरना-प्रदर्शन
देहरादून। उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी मंच के आह्वान पर बुधवार को प्रदेशभर में कई जगह जिला और तहसील मुख्यालयों पर धरना-प्रदर्शन किया गया। इसमें राज्य आंदोलनकारियों के विभिन्न संगठनों ने भागीदारी की। इस दौरान मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर राज्य आंदोलनकारियों और उनके आश्रितों के लिए 10 फीसद आरक्षण का विधेयक पारित कराने के लिए शीघ्र विधानसभा का सत्र आहूत करने और आंदोलनकारियों के चिह ्नीकरण की रूकी हुई प्रक्रिया शुरू कराने की मांग की गई।
क्षैतिज आरक्षण बिल पारित कराने के लिए विधानसभा का सत्र न बुलाए जाने से आक्रोश
मंच के आह्वान पर काफी संख्या में राज्य आंदोलनकारी पूर्वाह्न यहां गांधी रोड स्थित दी दीनदयाल पार्क में एकत्र हुए और धरना दिया। आंदोलनकारियों ने बीते 2 अक्तूबर को मुजफ्फरनगर के रामपुर तिराहा पर मुख्यमंत्री की घोषणा के अनुरूप चिह्नित आंदोलनकारियों को एक सामान पेंशन का शासनादेश शीघ्र जारी करने की भी मांग की गई। धरना-प्रदर्शन की अध्यक्षता करते हुए आंदोलनकारी मंच के प्रदेश अध्यक्ष जगमोहन सिंह नेगी ने कहा कि सरकार ने इतना समय बीतने और प्रवर समिति की रिपोर्ट के बाद भी अब तक क्षैतिज आरक्षण संबंधी विधेयक पारित कराने के लिए सत्र नहीं बुलाया है।

वहीं, शासनादेश होने के बाद भी चिह्नीकरण की प्रक्रिया शुरू नहीं की जा रही है। इससे आंदोलनकारियों में आक्रोश व्याप्त है। मसूरी के वरिष्ठ आंदोलनकारी देवी गोदियाल ने कहा कि यदि राज्य आंदोलनकारियों के मामले में गंभीर है, तो अविलंब विधानसभा का सत्र बुलाने के साथ ही चिह्नीकरण की प्रक्रिया को शुरू कराए।
देहरादून में धरना-प्रदर्शन के बाद सीएम को भेजा ज्ञापन, चिह्नीकरण शुरू कराने की भी मांग
धरना-प्रदर्शन के दौरान 24 दिसंबर को मूल निवास और भू-कानून के मुद्दे पर आयोजित हो रही रैली में मंच की ओर से सक्रिय भागीदारी की भी घोषणा की गई। धरना-प्रदर्शन के बाद तहसीलदार शादाब के माध्यम से मुख्यमंत्री को मांगों से संबंधित ज्ञापन प्रेषित किया गया। धरना-प्रदर्शन में मंच के जिलाध्यक्ष प्रदीप कुकरेती, पूर्व पार्षद अशोक वर्मा, पूरण सिंह लिंगवाल, उर्मिला शर्मा, सत्या पोखरियाल, ऋषिकेश से आए डीएस गुसाईं व विक्रम भंडारी, मोहन खत्री, पूरण जुयाल, क्रांति कुकरेती, रुकम पोखरियाल, मुन्नी खंडूड़ी, सुलोचना भट्ट , बीर सिंह रावत, बलबीर सिंह नेगी, जयदीप सकलानी, विनोद असवाल, मोहित डिमरी, प्रदीप सकलानी, विशंभर दत्त बौंठियाल, देवेश्वरी रावत, संजय बलूनी, विजय बलूनी, सुरेश नेगी, प्रेम सिंह नेगी, मनोज नौटियाल, मनीष नेगी, राजेश पांथरी, धर्मानंद भट्ट, प्रभात डंडरियाल, आशीष नेगी, मंजूर अहमद बेग, राजेश शर्मा, इच्छा भंडारी, उपेंद्र प्रसाद, बिंदुु सेमवाल, लक्ष्मी रावत, सतेश्वरी देवी, चंद्र किरन राणा, कमला राणा, प्रांजल नौटियाल, राजंेद्र पंत, आमोद पैन्यूली, सरोजनी थपलियाल आदि शामिल रहे।
बड़कोट, हल्द्वानी, खटीमा, कोटद्वार में भी प्रदर्शन के बाद एसडीएम को सौंपे गए ज्ञापन

उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी मंच के आह्वान पर बुधवार को उत्तरकाशी जिले की यमुना घाटी के राज्य आंदोलनकारियों ने बड़कोट ब्लॉक मुख्यालय में चिह्नित राज्य आंदोलनकारी समिति के बैनरतले धरना दिया। धरना-प्रदर्शन के बाद मुख्यमंत्री को एसडीएम के माध्यम से उक्त मांगों से संबंधित ज्ञापन भेजा गया। धरना-प्रदर्शन की अगुआई समिति के ब्लॉक अध्यक्ष बालगोविंद डोभाल, उपाध्यक्ष सोबत सिंह चौहान, महामंत्री राम प्रकाश रतूड़ी कर रहे थे। हल्द्वानी में भी मंच के आह्वान पर चिह्नित राज्य आंदोलनकारी समिति के अध्यक्ष हुकुम सिंह कुंवर, नरेश चंद भट्ट, दीप रौतेला आदि के नेतृत्व में आंदेालनकारियों ने प्रदर्शन किया। इस मौके पर 15 दिन के भीतर विधानसभा सत्र बुलाकर आरक्षण संबंधी विधेयक पारित कराने और चिह्नीकरण की प्रक्रिया शुरू करने की मांग को लेकर एसडीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा गया।
ऊधम सिंह नगर जिले के खटीमा में राज्य निर्माण सेनानी संगठन के बैनरतले आंदोलनकारियों ने धरना दिया और प्रदर्शन कर सरकार से तत्काल सभी मांगें पूरी करने को कहा। इस संबंध में एसडीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित किया गया। अध्यक्ष शिव शंकर भाटिया की अगुआई में किए गए धरना-प्रदर्शन में होशियार सिंह जेठी, गिरीश चंद्र पांडे, प्रकाश तिवारी, भगवान जोशी, मान सिंह अधिकारी, सुरेश चंद, गणेश मुंडेला, कैलाश पंत, अमित पांडे, उम्मेद सिंह, सर्वेश पाठक, ईश्वरी दत्त पांडे, रवीश चंद्र गहतोड़ी, योगेंद्र पुनेरा, गीता अधिकारी, हरीश चंद्र सुयाल, अली अहमद आढ़ती, भैरव सिंह अधिकारी, त्रिलोचन सकलानी, भूपेंद्र पुनेरा, गीता कांडपाल, कमला मेलकानी, तेज सिंह सामंत आदि शामिल हुए।
कोटद्वार में उत्तराखंड राज्य निर्माण सेनानी मोर्चा के बैनरतले धरना दिया गया। आंदोलनकारियों ने धरना-प्रदर्शन के बाद क्षैतिज आरक्षण संबंधी विधेयक पारित कराने के लिए सत्र बुलाने और पौड़ी जिले में ठप चिह्नीकरण की प्रक्रिया पुनः आरंभ कराने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री को एसडीएम के माध्यम से ज्ञापन भेजा। महेंद्र सिंह रावत, गुलाब सिंह रावत, मनमोहन सिंह नेगी, दिनेश चंद गौड, रमेश भंडारी, शौकत अली, पुरूषोत्तम डबराल, प्रवेंद्र सिंह रावत, अखिलेश बड़थ्वाल, पितृशरण जोशी, पंकज उनियाल, अशोक कंडारी, रीना देवी, विजयपाल सिंह, हयात सिंह गुसाईं समेत कई आंदोलनकारी धरना-प्रदर्शन में शामिल हुए।

