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देहरादून के डालनवाला में धसी सड़क, पीडब्ल्यूडी और जल संस्थान एक-दूसरे पर डाल रहे जिम्मेदारी, रोड की मरम्मत नहीं

देहरादून। राजधानी के डालनवाला क्षेत्र में स्थित व्यस्ततम कर्ज़न रोड पर वन विकास निगम मुख्यालय के बाहर का सड़क का एक हिस्सा धंस गया है। सड़क धसने से वहां करीब 6-8 फीट लंबा-चौड़ा और 8-10 फीट गहरा गड्ढा हो गया है। गनीमत रही कि कि सड़क धसने की घटना मंगलवार देर रात हुई, जिससे किसी तरह की अनहोनी टल गई। वहीं, इस पूरे मामले में विभागीय अधिकारियों की लापरवाही और एक-दूसरे पर जिम्मा डालने के चलते बुधवार शाम तक भी गड्ढा भरने और सड़क की मरम्मत का काम शुरू नहीं हो पाया था।

कर्ज़न रोड पर वन निगम के बाहर कई फीट गहरा और लंबा-चौड़ा गड्ढा बना

वन निगम मुख्यालय पर सिक्योरिटी ड्यूटी पर तैनात कर्मियों ने बताया कि मंगलवार देर रात सड़क अचानक धस गई। उस वक्त कोई वाहन वहां से नहीं गुजर रहा था, जिस कारण हादसा तल गया। रात्रि ड्यूटी पर तैनात कर्मी दौड़ कर वहां पहुंचे तो गहरा गड्ढा पाया। उन्होंने तत्काल वहां बेरिकेड लगा दिए, ताकि कोई गड्ढे में न गिरे।

पीडब्ल्यूडी स्टाफ बोला, जल संस्थान गड्ढे में पानी बहना रोके तभी हो पाएगी मरम्मत

सुबह इसकी सूचना पीडब्ल्यूडी और जल संस्थान को दी गई। पीडब्ल्यूडी और जल संस्था के सहायक व अवर अभियंता दोपहर मौका-मुआयना करने पहुंचे, लेकिन मरम्मत का काम शाम तक शुरू नहीं हो पाया। मौके पर पीडब्ल्यूडी का एक कर्मी तैनात था, जिसका कहना था कि गड्ढे का भरान तभी हो पाएगा जब जल संस्थान वहां बह रहे पानी का स्थाई समाधान करेगा। कर्मी का कहना था कि संभवतः वहां नीचे सीवर की लाइन डैमेज है, जिसका पानी बहने के कारण मिट्टी बैठी। जल संस्थान की टीम की प्रतीक्षा की जा रही है। जब तक पानी बहना बंद नहीं होगा, तब तक गड्ढा भरने का कोई लाभ नहीं। क्योंकि, नीचे पानी बहने के कारण सड़क फिर धस जाएगी।

जल संस्थान के स्टाफ का जवाब, हमारी पानी और सीवर की लाइन ठीक, पानी नाले का

दूसरी ओर, जल संस्थान के अवर अभियंता शाने आलम ने बताया कि मौका मुआयना किया गया है। वह पानी की सप्लाई देखते हैं और गड्ढे में उनकी पेयजल लाइन सुरक्षित है। सीवर का मामला दूसरे जेई देखते हैं। जल संस्थान के सीवर संबंधी मामले देखने वाले जेई आरएस फर्स्वाण का कहना है कि हमारी सीवर लाइन किनारे है, इसलिए वह डैमेज नहीं हो सकती। सड़क के नीचे पानी शायद किसी नाले वगैरह से आ रहा होगा। पीडब्ल्यूडी के जेई ने मुआयने के दौरान कह भी दिया था कि सड़क की मरम्मत शुरू कर रहे है। फिर, क्यों नहीं की, पता नहीं। इस बारे में जब पीडब्ल्यूडी (प्रांतीय खंड) के अधिशासी अभियंता जितेंद्र त्रिपाठी से संपर्क किया गया तो उनका कहना था कि वे मीटिंग में व्यस्त हैं। 

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