रवि बडोला गोलीकांड गढ़वाल-कुमाऊं के लिए खतरे की घंटी: लुशुन
पौड़ी। मूल निवास भू-कानून समन्वय संघर्ष समिति की यहां आयोजित बैठक में आंदोलनकारियों ने देहरादून में हुए रवि बडोला गोलीकांड पर चिंता जाहिर करते हुए दोषियों के विरुद्ध कड़ी कारवाई की मांग की। समिति ने इस तरह की घटना को गढ़वाल-कुमाऊं की शांति के लिए खतरे की घंटी बताया।
संघर्ष समिति के संयोजक लूशुन टोडरिया ने कहा कि रवि बडोला गोलीकांड गढ़वाल-कुमाऊं के लिए खतरे की घंटी है। जिस तरह से देहरादून अपराध की राजधानी बनते जा रहा है, अगर ऐसा ही चलता रहा तो गढ़वाल-कुमाऊं में भी ऐसे गंभीर अपराध होना आम बात हो जाएगी। टोडरिया ने कहा कि रवि बडोला को न्याय दिलाने की मांग को लेकर देहरादून बंद का आह्वान दिए जाने पर संघर्ष समिति के संयोजक मोहित डिमरी समेत कई प्रदर्शनकारियों की गिरफ्तारी करना दुर्भाग्यपूर्ण है। सरकार अपराधियों को शह देने का काम कर रही है।
समन्यवय संघर्ष समिति के गढ़वाल संयोजक अरुण नेगी ने कहा कि उत्तराखंड में अपराधियों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। इसका सबसे बड़ा कारण है राज्य में मजबूत भू-कानून और मूल निवास का लागू न होना। सरकार मूल निवास भू-कानून के मुद्दे पर गोलमोल जबाव दे रही है, जिसका खमियाजा उत्तराखंड की जनता भुगत रही है। अब संघर्ष समिति पूरे प्रदेश में मूल निवासियों के पक्ष में बड़ा आंदोलन खड़ा करेगी। बैठक में समिति के चंद्रमोहन, अर्जुन नेगी, प्रियांशु, नितिन आदि मौजूद रहे।

