मौत का प्लांटः चमोली में नमामि गंगे के एसटीपी में करेंट की चपेट में आकर 16 की मौत, 7 झुलसे
चमोली। यहां मुख्य बाजार के नजदीक नमामि गंगे प्रोजेक्ट के सीवर ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) में बुधवार सुबह करेंट की चपेट में आकर 16 लोगों की मौत हो गई, जबकि 7 लोग झुलस गए। मृतकों में एक पुलिस चौकी इंचार्ज और तीन होमगार्ड, जबकि घायलों में जल संस्थान के दो अवर अभियंता भी शामिल बताए गए हैं। गंभीर घायलों को चौपर से एयरलिफ्ट करके ऋषिकेश एम्स ले जाया गया है।

पंचनामा भरने के दौरान हुआ हादसा, मृतकों में चौकी इंचार्ज और तीन होमगार्ड
प्राप्त जानकारी के अनुसार, चमोली बाजार के समीप अलकनंदा किनारे नमामि गंगे प्रोजेक्ट की एसटीपी साइट है। इस साइट पर तैनात नजदीकी गांव निवासी गार्ड का सुबह फोन नहीं लगा। चिंतित परिजन व कुछ अन्य ग्रामीण मौके पर पहुंचे तो पता चला गार्ड की करेंट लगने से मौत हो गई है। पूर्वाह्न पुलिस वहां मृतक का पंचनामा भरने की कार्रवाई कर रही थी। इसी दौरान अचानक रेलिंग पर करेंट दौड़ गया, जिसकी चपेट में वहां मौजूद सभी लोग आ गए। उस वक्त मौके पर 22 से 24 तक लोग मौजूद थे। करेंट की चपेट में आए सभी लोग चंद पलों में बेसुध होकर इधर-उधर गिर गए।

दुर्घटना से चमोली में कोहराम, दो गंभीर घायल जेई एयरलिफ्ट कर एम्स भेजे
ज्यों ही दुर्घटना की सूचना चमोली बाजार में फैली हाहाकार मच गया। लोग मौके की ओर दौड़े लेकिन करेंट के भय से तत्काल कोई कुछ नहीं कर पाया। आनन-फानन में पूरे क्षेत्र की बिजली आपूर्ति बंद करवाई गई और इसके बाद लोगों ने घायलों को अस्पताल पहुंचाना शुरू किया। जानकारी मिलते ही चमोली और आसपास के थाने-चौकियों का पुलिस फोर्स, एसडीआरएफ, फायर सर्विस की यूनिट, गोपेश्वर से जिला प्रशासन और पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंचे। हालांकि, अस्पताल पहुंचाए जाने तक अधिकांश घायल दम तोड़ चुके थे। मृतकों में पीपलकोटी पुलिस चौकी इंचार्ज और तीन होमगार्ड शामिल बताए गए हैं। जल संस्थान के दो जेई भी घायल हो गए, जिन्हें एयरलिफ्ट करके इलाज के लिए ऋषिकेश एम्स भेजा गया है। प्लांट के गार्ड समेत कुल 16 लोगों की मौत की पुष्टि दोपहर तक हुई।

करेंट दौड़ने के गिनाए जा रहे अलग-अलग कारण
नमामि गंगे के उक्त एसटीपी में काम चल रहा था। बताया गया है कि इसका संचालन आउटसोर्स के माध्यम से किया जा रहा है। करेंट की वजहों को लेकर अभी अलग-अलग तरह की बातें सामने आई हैं। पुलिस के कुछ अधिकारी करेंट दौड़ने के पीछे ट्रांसफार्मर फटने को वजह बता रहे हैं, तो कुछ अन्य हाईटेंशन लाइन का टूटना। वहीं, स्थानीय लोगों का कहना है कि मीटर से निकले तारों के जरिए करेंट फैला है। पूरे चमोली में हादसे के बाद गम और गुस्से की लहर है। लोग इस लापरवाही के लिए जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री नहीं पहुंच पाए घटनास्थल पर, मजिस्ट्रीयल जांच के आदेश
जिले के प्रभारी मंत्री धन सिंह रावत समेत पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे। दोपहर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी राजधानी से घटनास्थल के लिए रवाना हुए, लेकिन खराब मौसम के कारण उनके चौपर को आधे रास्ते से लौटना पड़ा। मुख्यमंत्री ने हादसे के कारणों की मजिस्ट्रीयल जांच के आदेश दिए हैं। उनके आदेश पर चमोली के डीएम हिमांशु खुराना ने एडीएम डॉ. अभिषेक त्रिपाठी को जांच अधिकारी नामित करते हुए एक सप्ताह के भीतर रिपोर्ट मांगी है।

