भू-धसाव मामले में सरकारी अनदेखी से खिन्न जोशीमठ वासियों ने निकाला मशाल जुलूस
जोशीमठ। भू-धंसाव से प्रभावित नगरवासियों ने वीरवार शाम बड़ी संख्या में एकत्र होकर मशाल जुलूस निकाला। मशाल जुलूस का उद्देश्य सरकारी अनदेखी के प्रति आक्रोश व्यक्त करने के साथ ही देश-दुनिया का ध्यान संकटग्रस्त जोशीमठ की ओर आकृष्ट करना था।
जोशीमठ बचाओ संघर्ष समिति के नेताओं का कहना है कि पिछले माह मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से वार्ता हुई थी। इस वार्ता में भू-धसाव प्रभावितों की मांगों पर सहमति बनी थी। मुख्यमंत्री के आश्वासन के बाद संघर्ष समिति ने जोशीमठ तहसील में 107 दिन पुराना धरना भी स्थगित कर दिया था। बावजूद इसके, महीना होने को आ रहा, मगर मांगों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है। इससे प्रभावितों में जबरदस्त गुस्सा है। इसी गुस्से को व्यक्त करने के लिए मशाल जुलूस का आह्वान किया गया।
पुलिस-प्रशासन ने नोटिस देकर किया रोक लगाने का प्रयास
मशाल जुलूस से ऐन पहले जोशीमठ पुलिस ने संघर्ष समिति को नोटिस थमा कर जुलूस पर रोक की सूचना दी। इस रोक का आधार जुलूस की पूर्व अनुमति न लिया जाना, यात्रा सीजन होने और मशाल जुलूस से यात्रियों में भय व्याप्त होने की आशंका को बनाया गया। हालांकि, जनाक्रोश को देखते हुए स्थानीय प्रशासन व पुलिस ने मशाल जुलूस को रोकने का प्रयास नहीं किया। संघर्ष समिति के संयोजक अतुल सती के नेतृत्व में जोशीमठ बाजार से मारवाड़ी चौक तक मशाल जलूस निकाला गया, जिसमे काफी संख्या में लोग शामिल हुए।

अब टेलीफोन एक्सचेंज के पास ढहा सड़क का पुश्ता इस बीच, जोशीमठ नगर में भू-धसाव और दरारें उभरने की घटनाएं जारी हैं। जोशीमठ-बदरीनाथ मार्ग (नरसिंह मंदिर रोड) का कुछ हिस्सा टेलीफोन एक्सचेंज के ठीक नीचे धंस गया है। जोशीमठ बचाओ संघर्ष समिति के संयोजक अतुल सती ने इससे संबंधित फोटो ट्वीट करते हुए बताया कि कुछ दिन पहले भी उन्होंने इस मामले को रिपोर्ट किया था। अब सड़क का पुश्ता भी ढह गया है। इस सड़क पर सुबह से देर रात तक अनवरत ट्रैफिक रहता है। ऐसे में वहां खतरा बना है।

