बरसात की एक रात देहरादून में बहा ले गई 2.11 अरब रुपये
देहरादून। जिले में सोमवार 15 सितंबर की रात अतिवृष्टि से 2 अरब रुपए से ज्यादा का नुकसान हुआ है। यह नुकसान सिर्फ सड़कों, पुलों समेत सरकारी संपत्ति का है। निजी संपत्ति को हुआ नुकसान इससे अलग है। डीएम सविन बंसल ने सभी विभागों को आपदा से हुई क्षति से भरपाई के लिए प्रस्ताव शीघ्र जिला प्रशासन के माध्यम से शासन को भेजने के निर्देश दिए हैं।

डीएम बंसल ने कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित अधिकारियों की बैठक में आपदा से हुई क्षति और प्रभावित क्षेत्रों में इंफ्रास्ट्रक्चर की पुनर्स्थापना संबंधी कार्यों की समीक्षा की। बैठक में जानकारी दी गई कि जनपद में 15 सितंबर की रात हुई अतिवृष्टि में लगभग 211 करोड़ रूपये से अधिक की क्षति हुई है। अभी आंकलन कार्य गतिमान है। डीएम ने आपदा प्रभावित मजाड़ा, कार्लीगाड, फुलैत, छमरोली, क्यारा, सरोना, भीतरली, किमाड़ी, सिल्ला, चामासारी, पुरकुल व धनोला आदि क्षेत्रों में हुई क्षति व पुनर्स्थापना कार्यों की अधिकारियों से विस्तृत जानकारी ली।

उन्होंने विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए कि बजट का इंतजार न करें। प्रभावित क्षेत्रों में तत्काल व्यवस्था बनाई जाए। साथ ही जिका प्रशासन व शासन को शीघ्र प्रस्ताव प्रस्तुत करें। डीएम ने प्रभावित क्षेत्रों में सड़क, बिजली-पेयजल, सिंचाई व अन्य आवश्यक सेवाओं की शीघ्र बहाली करने के लिए कहा। साथ ही निर्देश दिए कि विभाग संयुक्त सर्वे कर भवन, क्षति, पशु हानि, उद्यान व कृषि की क्षति का आंकलन करते हुए तत्काल मुआवजा वितरित करें।

बैठक में डीएम को बताया गया कि जिले में पीडब्ल्यूडी के 13 पुल व सड़कें क्षतिग्रस्त हुईं, जिनका आकलन 46 करोड़ रुपये और एनएचआई की हरिद्वार रोड पर जाखन पुल की एप्रोच क्षतिग्रस्त हुई, जिसका अनुमानित आंकलन 13.46 करोड़ रूपये है। पेयजल निगम को 18.23 करोड़, जल संस्थान को 13.31 करोड़, सिंचाई विभाग को 64.50 करोड़, विद्युत विभाग को 10.63 करोड़, शिक्षा विभाग को 4.18 करोड़, ग्रामीण विकास विभाग को 4.15 करोड़, स्वास्थ्य विभाग को 35 लाख, कृषि विभाग को 54 लाख, उद्यान विभाग को 8.78 लाख, पीएमजीएसवाई को 26.38 करोड़ और सभी विकासखंड में 9.23 करोड़ रूपये की अनुमानित क्षति हुई है। जिले में अभी क्षति के आंकलन का सर्वे जारी है।
बैठक में सीडीओ अभिनव शाह, एडीएम (वित्त एंव राजस्व) केके मिश्रा, अधीक्षण अभियंता (सिंचाई) संजय राय, अधीक्षण अभियंता (पीडब्ल्यूडी) ओमपाल सिंह, अधीक्षण अभियंता (यूपीसीएल) एसके जैन, अधीक्षण अभियंता (जलसंस्थान) नमित रमोला, अधीक्षण अभियंता (पीएमजीएसवाई) आरएस गुसाईंसहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।

