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देहरादून के ओएनजीसी चौक पर भीषण हादसा, 6 युवाओं की मौत, एक गंभीर

देहरादून। राजधानी के कैंट थाना क्षेत्रांतर्गत बल्लूपुर कैनाल रोड और कौलागढ़ के बीच स्थित ओएनजीसी के केडीएमआईपीई चौक पर सोमवार देर रात इनोवा कार और कंटेनर की भीषण भिड़ंत में  में 6 युवाओं की मौत हो गई, जबकि एक गंभीर घायल है। सभी  इनोवा कार में सवार थे, जिसके इस दुर्घटना में परखच्चे उड़ गए। पुलिस हादसे की वजह प्रथमदृष्टया इनोवा की तेज रफ्तार को मान रही है।

कंटेनर से जा भिड़ी तेज रफ्तार इनोवा

पुलिस के अनुसार, रात 1:33 बजे ओएनजीसी चौक पर दुर्घटना की सूचना थाने को मिली, जिस पर तत्काल पुलिसबल मौके पर भेजा गया। घटनास्थल पर कार कंटेनर के पिछले हिस्से में भिड़ी हुई मिली। पूरी तरह क्षतिग्रस्त इनोवा में सवार 6 लोगों की मौके पर ही मौत हो चुकी थी, जबकि एक घायल अवस्था में मिला। मौके पर सभी मृतकों के शवों को कोरोनेशन, दून अस्पताल व इंद्रेश अस्पताल की मोर्चरी भेजा गया, जबकि गंभीर स्थिति में घायल व्यक्ति को सिनर्जी अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती किया गया है।

पुलिस के अनुसार, घटना के संबंध में जानकारी करने पर ज्ञात हुआ कि उक्त कंटेनर किशन नगर चौक की ओर से आ रहा था,  जबकि इनोवा बल्लूपुर चौक की ओर से आ रही थी। चौक के पास कंटेनर की क्रासिंग के दौरान इनोवा चालक स्पीड से अंदाजा नहीं लगा पाया और उसे लगा कि कंटेनर पूरा निकलने के बाद वे आराम से क्रॉस हो जायेंगे। इसी जल्दबाजी में इनोवा क्रासिंग के दौरान कंटेनर के पिछले हिस्से से जा भिड़ी।

मृतकों में 3 युवतियां, सभी 6 मृतकों और घायल की हुई पहचान 

मृतकों की पहचान गुनीत पुत्री तेज प्रकाश सिंह (19 वर्ष) निवासी 10A साई लोक, जीएमएस रोड देहरादून, कुणाल कुकरेजा पुत्र जसवीर कुकरेजा (23 वर्ष) निवासी 359 /1 गली नंबर-11 राजेंद्र नगर देहरादून (मूल निवासी चंबा हिमाचल प्रदेश), ऋषभ जैन पुत्र तरुण जैन (24 वर्ष) निवासी राजपुर रोड देहरादून, नव्या गोयल पुत्री पल्लव गोयल (23 वर्ष) निवासी 11-आनंद चौक तिलक रोड देहरादून, अतुल अग्रवाल पुत्र सुनील अग्रवाल (24 वर्ष) निवासी कालिदास रोड और कामाक्षी पुत्री तुषार सिंघल (20 वर्ष) निवासी- 55/1 20 कांवली रोड, देहरादून के रूप में हुई है। इनके अतिरिक्त सिद्धेश अग्रवाल पुत्र विपिन कुमार अग्रवाल (25 वर्ष) निवासी आसियाना शोरूम मधुबन के सामने राजपुर रोड गंभीर घायल है, जिसका सिनर्जी अस्पताल में उपचार चल रहा है।

दुर्भघटन स्थल का नजारा था बेहद भयावह और दिल दहलाने वाला

इस भीषण हादसे के बाद घटनास्थल का नजारा बेहद भयावह और दिल दहला देने वाला था। भिड़ंत कितनी भीषण थी, इसका अंदाजा इनोवा की हालत देख कर लगाया जा सकता है, जिसके पूरी तरह परखच्चे उड़ गए। मौके पर कुछ युवाओं के शव कार के भीतर ही फंसे थे, जबकि एक युवती समेत कुछ शव जमीन पर बिखरे पड़े थे। शवों में से कुछ बुरी तरह क्षत-विक्षत हो चुके थे। गाड़ी में फंसे शवों को पुलिस काफी मशक्कत के बाद निकाल पाई।

रात को ओवरस्पाइडिंग और अराजकता का रहता है राज, पुलिस नदारद

देहरादून पुलिस ने हादसे के बाद युवाओं से वाहन तेज गति से न चलाने की अपील की है। लेकिन, हकीकत यह है कि रात के समय राजधानी की सभी सड़कों और चौराहों से पुलिस नदारद रहती है, जिस वजह से सड़कों पर अराजकता की स्थिति बनी रहती है। सिवाय घंटाघर चौक के, शहर में न कहीं बेरिकेड लगाकर वाहनों की रफ्तार पर अंकुश लगाने का प्रयास नजर आता है और न कोई चेकिंग। प्रिंस चौक, सहारनपुर चौक, रेलवे स्टेशन के बाहरी क्षेत्र, घंटाघर चौक आदि क्षेत्रों में युवक-युवतियों के झुंड रातभर देखे जा सकते हैं। इन क्षेत्रों में खाने के एकाधिक ढाबे से लेकर आइस्क्रीम पार्लर तक रातभर खुले रहते हैं, जहां युवाओं के झुंड आसानी से नजर आते हैं। यहां तक कि इस क्षेत्र में एकाधिक शराब की दुकान से साइड विंडो के सहारे रातभर में किसी भी समय ब्लैक में मनचाही शराब उपलब्ध रहती है। पुलिस के सड़कों से नदारद रहने के कारण युवाओं को तो तूफानी रफ्तार से गाड़ी भगाते देखा जा सकता है, ट्रक-डंपर और कंटेनर भी किसी से पीछे नहीं रहते। रात में चकराता रोड हो या सहारनपुर रोड, इन्हें ओवरस्पीड में एक-दूसरे से रेस लगाते देखा जा सकता है।

 

 

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