सहस्त्रताल ट्रैक पर चार ट्रैकर की मौत,13 फंसे सदस्यों के रेस्क्यू के लिए डीएम ने मांगी एसडीआरएफ की मदद
उत्तरकाशी। सहस्त्रताल की ट्रैकिंग पर गया22 सदस्यीय ट्रैकिंग दल खराब मौसम कारण रास्ता भटक जाने से उच्च हिमालयी क्षेत्र मेंफंस गया है। ट्रैकिंग दल के चार सदस्यों की मौत होने और अन्य के फंसे होने की सूचना मिलते ही मंगलवार शाम उत्तरकाशी के डीएम डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने एसडीआरएफ मुख्यालयसे संपर्क कर तत्काल मौके पर रेस्क्यू टीम भेजने का आग्रह किया है। इसके साथ ही उत्तरकाशी से भी रेस्क्यू टीमें मौके के लिए रवानाकर दी गई हैं। सहस्त्रताल टिहरी जिले की सीमा से सटा है। इसके चलते टिहरी जिले की घनसाली तहसील से भी वन विभाग की रेस्क्यू टीम भेजने के लिए उत्तरकाशी प्रशासन ने संपर्क किया है।
उत्तरकाशी से 29 मई को रवाना हुआ था दल,कर्नाटक के 18 और महाराष्ट्र का 1 ट्रैकर शामिल
उत्तरकाशी के डीएम के अनुसार, ट्रैकिंग एजेंसी उत्तरकाशी के अध्यक्ष व गाइड राजेश ठाकुर ने आज शाम सूचना दी कि हिमालयन व्यू ट्रैकिंग एजेंसी (मनेरी) ने मल्ला-सिल्ला-कुशकल्याण-सहस्त्रताल ट्रैक पर 22 सदस्यीय ट्रैकिंग दल भेजा है। इसमें कनार्टक के 18 और महाराष्ट्र का एक ट्रैकर शामिल है। इनके साथ तीन स्थानीय गाइड भी हैं। 29 मई को यह दल सहस्त्रताल के लिए ट्रैकिंग अभियान पर रवाना हुआ था। इस ट्रैकिंग दल के आगामी 7 जून तक वापस लौटना था। लेकिन, गतदिन अंतिम शिविर से सहस्त्रताल पहुंचने के दौरान मौसम खराब होने से यह दल रास्ता भटक गया। संबंधित ट्रैकिंग एजेंसी को खोजबीन करने पर इस दल के चार सदस्यों की मृत्यु होने की जानकारी मिली।
टिहरी के घनसाली क्षेत्र से भी भेजे जा रहे रेस्क्यू दल, 4400 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है सहस्त्रताल
डीएम ने बताया कि ट्रैक में फंसे अन्य 13 सदस्यों का शीघ्र रेस्क्यू करने के लिए एसडीआरएफ से मदद मांगी गई है। सहस्त्रताल लगभग 4100-4400 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। घटनास्थल उत्तरकाशी व टिहरी जिले के सीमा क्षेत्र में स्थित है। दल के शीघ्र रेस्क्यू करने के लिए एसडीआरएफ मुख्यालय को दोनों तरफ (उत्तरकाशी व टिहरी जिले के घनसाली) से उच्च हिमालय में रेस्क्यू करने में प्रशिक्षित टीम भेजने का आग्रह किया गया है। एसडीआरएफ और वन विभाग की स्थानीय टीमों को भी घटनास्थल के लिए रेस्क्यू टीम भेजने को कहा गया है। ट्रैकिंग एसोसिएशन ने सिल्ला गांव से भी लोगों को मौके की ओर रवाना कर दिया है। इस बारे में टिहरी जिले के घनसाली क्षेत्र से भी वन विभाग का दल भेजने का आग्रह किया गया है।

