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असरः रात्रि गश्त, पिकेटिंग और चेकिंग पर एसएसपी का फोकस, तड़के लापरवाही मिलने पर हर्रावाला चौकी इंचार्ज सस्पेंड, तीन सीओ मौके पर तलब

देहरादून। राजधानी में पिछले कुछ वर्षों खासकर, कोविड काल बीतने के बाद से पुलिस की पिकेट्स लगभग गायब थीं। दिन तो दूर, रात्रि में भी गश्त बंद हो चुकी थी। रात्रि चेकिंग भी एक-दो स्थानों तक ही सीमित थी। दून पुलिस की इस खामी या कहिए लापरवाही को ‘हिमालय बुलेलिटन.कॉम’ ने 9 नवंबर को हुई रिलायंस ज्वेल्स डकैती मामले के मौके पर अपनी खबर के माध्यम से प्रमुखता से उजागर किया था। इसका असर हुआ है। एसएसपी अजय सिंह ने पिकेटिंग, चेकिंग और रात्रि गश्त पर खासतौर से फोकस किया है। पहले दिन हिदायत देने के बाद वे बीती रात खुद शहर का राउंड लेने निकले, तो कई चौक-चौराहों पर लापरवाही मिली। लिहाजा, हर्रावाला चौकी इंचार्ज को सस्पेंड कर दिया गया और तीन सीओ व थाना प्रभारियों को रात ही ‘ऑन द स्पॉट’ तलब कर लिया गया।

कोविड निपटने के बाद से पूरी तरह गायब हो गईं पुलिस पिकेट्स, रात्रि गश्त और चेकिंग भी थी बंद
दून में पहले घंटाघर चौक, दिलाराम चौक, प्रिंस चौक, आराघर चौक, दून अस्पताल चौक, एस्लेहॉल तिराहा, बल्लूपुर चौक, बल्लीवाला चौक, किशननगर चौक, धर्मपुर चौक, आराघर तिराहा समेत सभी प्रमुख चौराहों-तिराहों पर पिकेट्स हुआ करती थीं। इनमें दिन और रात अलग-अलग शिफ्ट में ड्यूटी रहती थीं। रात्रि पिकेट ड्यूटी पर सशस्त्र सिपाही तैनात रहते थे। इसके अलावा जोगीवाला, आराघर, सहारनपुर चौक, घंटाघर, दिलाराम बाजार समेत कई प्रमुख प्वाइंट्स पर बेरियर होते थे, जहां खासतौर से रात्रि के समय चेकिंग चलती थी। वहीं दूसरी ओर, मुहल्लों और कॉलोनियों और सभी मार्गों पर रात्रि गश्त हुआ करती थी। वर्षों पहले पैदल गश्त भी निकलती थी, लेकिन बाद में यह मोबाइल गश्त में तब्दील हो गई। पलटन बाजार समेत प्रमुख बाजारों में भी शाम को पीक ऑवर्स में पीएसी की टुकड़ी के साथ नियमित गश्त पार्टी निकलती थी ताकि लोग और व्यापारी भयहीन रह सकें। लेकिन, पिछले कुछ वर्षों में यह सारी व्यवस्था समाप्त सी हो गई। खासकर, कोविड-19 और लॉकडाउन खत्म होने के बाद से।

तड़के 3 बजे खुद शहर में पुलिस की चौकसी परखने निकल पड़े एसएसपी

बहरहाल, अब नए एसएसपी ने पिकेटिंग, चेकिंग और रात्रि गश्त को प्रभावी बनाने का प्रयास शुरू किया है। दरअसल, करीब एक दशक पहले अजय सिंह देहरादून में तैनात रहे, तब पिकेट्स, गश्त और चेकिंग नियमित और प्रभावी ढंग से होती थी। लिहाजा, वे इसका महत्व बखूबी समझते हैं। दो दिन पहले उन्होंने सभी संबंधित सर्किल अधिकारियों और थाना-चौकी प्रभारियों को बैठक करके इस संबंध में निर्देश दिए। निर्देशों का पालन हो भी रहा या अब भी लापरवाही बरकरार है, यह जांचने के लिए एसएसपी अजय सिंह मंगलवार तड़के 3 बजे खुद रात्रि चेकिंग पर निकले। इस दौरान उन्हें शहर के प्रमुख जंक्शन सहारनपुर चौक पर कमी मिली। इस पर उन्होंने तत्काल सीओ सिटी और कोतवाल को मौके पर तलब कर दिया। दोनों अधिकारी आए, तो उन्हें हालात सुधारने को कहा गया। हरिद्वार हाईवे पर जोगीवाला चौकी स्थित बेरियर पर भी चेकिंग के बजाय उन्हें खामियां मिलीं। इस पर उसी वक्त सीओ डालनवाला को सुधार की हिदायत दी गई। तड़के करीब 4 बजे एसएसपी हर्रावाला चेक प्वाइंट पर पहुंचे, तो वहां घोर लापरवाही उजागर हुई। इस पर उन्होंने हर्रावाला चौकी इंचार्ज कमलेश गौर को मौके पर ही सस्पेंड करने के आदेश दिए। साथ ही सीओ डोईवाला को तलब करके स्पष्ट किया कि रात्रि गश्त, चेंिकंग आदि में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

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