सीएम ने पूजा-अर्चना के साथ रवाना की मंा धारी देवी-भगवान नागराजा डोली यात्रा
देहरादून। मां धारी देवी और भगवान नागराजा देव डोली शोभायात्रा का शुक्रवार सुबह अपने सरकारी आवास पर पूजा-अर्चना और जागरों के बीच मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुभारंभ किया। मनोज धस्माना, मधुसूदन जुयाल, राजदीप भट्ट, दुर्गा प्रसाद शर्मा, कृष्णा जोशी आदि 11 आचार्यों ने पूजा-अर्चना संपन्न कराई। इसके पश्चात मुख्यमंत्री धामी ने मां धारी देवी-भगवान नागराजा की डोली को अपने कधों पर उठाकर कुछ दूर पैदल चलते हुए यात्रा को रवाना किया। इस दौरान पारंपरिक वाद्य यंत्रों की धुनों के साथ मंडाण भी लगा। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर यात्रा के संयोजक व मां धारी देवी-भगवान नागराज के उपासक आचार्य सुरेंद्र प्रसाद सुंदरियाल व अन्य को शुभकामनाएं दीं।
मुख्यमंत्री आवास से आरंभ हुई देवडोली शोभायात्रा का प्रथम पड़ाव हर्रावाला स्थित शिव मंदिर में हुआ, जहां श्रद्धालुओं ने पूजा-अर्चना की। डोली की संध्या आरती और रात्रिविश्राम ग्राम कालुवाला में हुआ। 13 जनवरी को डोली यात्रा ऋषिकेश और उसके पश्चात रायवाला स्थित बसंती माता मंदिर पहुंचेगी। वहां से 14 जनवरी को हरिद्वार पहुंचने पर शिव मूर्ति चौक पर गढ़वाल महासभा की ओर से डोली यात्रा का स्वागत किया जाएगा। 15 जनवरी को हरिद्वार हरकीपैड़ी में मकर संक्रांति पर गंगा स्नान के बाद यात्रा उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, पंजाब, दिल्ली, हरियाणा, मध्य प्रदेश के विभिन्न शहरों में पहुंचेगी। 14 फरवरी को उज्जैन महाकाल में बसंत पंचमी पर राम घाट में स्नान के बाद 17 फरवरी को यात्रा देहरादून पहुंचेगी, यहां 18 फरवरी को पूजन, यज्ञ और भंडारा आयोजित करने के साथ ही यात्रा को विराम दिया जाएगा। इस अवसर पर उत्तराखंड संस्कृति-साहित्य एवं कला परिषद की उपाध्यक्ष मधु भट्ट, ईष्ट देव सेवा ट्रस्ट की नीरू सुंदरियाल, नंदी काला, सरला बिष्ट, गीता रानी, सुषमा जोशी, संजय नेगी, अंकित रौथाण आदि मौजूद रहे।

