कैंचीधाम और घोड़ाखाल में साफ-सफाई कर मुख्यमंत्री ने शुरू किया 9 दिवसीय सांस्कृतिक और स्वच्छता अभियान
भीमताल (नैनीताल)। उत्तराखंड के लोकपर्व उत्तरायणी के अवसर पर रविवार को प्रदेश के सभी धार्मिक स्थलों में स्वच्छता अभियान और सांस्कृतिक उत्सव आरंभ हो गए। अयोध्या स्थित रामजन्म भूमि के नवनिर्मित मंदिर में रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के दिन 22 जनवरी तक चलने वाले इन कार्यक्रमों का श्रीगणेश मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने यहां कैंचीधाम से किया।

मुख्यमंत्री ने कैंचीधाम और घोड़ाखाल मंदिर में स्वच्छता अभियान चलाकर जन-जन को इस मुहिम से जुड़ने का आह्वान किया। सर्वप्रथम उन्होंने कैंचीधाम में श्रीराम शिला की साफ-सफाई व पूजा-अर्चना की। फिर कैंचीधाम मंदिर परिसर में आयोजित श्रीराम भजन कार्यक्रम में भी सम्मिलित हुए। इससे पूर्व धामी ने कैंचीधाम में नीब करौरी बाबा की पूजा-अर्चना कर प्रदेश की सुख, समृद्धि, शांति और खुशहाली की कामना की। उन्होंने कैंचीधाम में आए भक्तों को प्रसाद वितरण किया। साथ ही विभिन्न प्रदेशों से आए लोगों से सरकार की कार्यप्रणाली के बारे में फीडबैक भी लिया। स्वच्छता अभियान में शामिल पर्यावरण मित्रों के कार्यों की सराहना करते हुए उनसे बातचीत की। मुख्यमंत्री ने स्कूली बच्चों, स्वयं सहायता समूहों, ग्राम प्रधानों व पर्यावरण मित्रों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।

मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि 22 जनवरी का दिन ऐतिहासिक दिन होगा। इस दिन शुभमुहूर्त में रामलला अयोध्या में विराजमान होंगे, जो कि हमारे देश के लिए एक शुभ समय और संकेत है। वर्षों के इंतजार के बाद रामलला अयोध्या में विराजमान होने जा रहे है। इस उपलक्ष्य पर राज्य सरकार प्रदेश में जन सहभागिता से सांस्कृतिक उत्सव और समस्त धार्मिक व पर्यटन स्थलों पर विशेष साफ-सफाई अभियान चला रही है। उन्होंने कहा कि अगले पांच दशकों में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या का आकलन करते हुए सरकार कैंचीधाम का मास्टर प्लान तैयार कर रही है, जिससे श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधा मिलेगी।
इस दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष बेला टोलिया, नैनीताल की विधायक सरिता आर्य, भीमताल के विधायक राम सिंह कैड़ा, रानीखेत के विधायक प्रमोद नैनवाल समेत कई जनप्रतिनिधि, भाजपा पदाधिकारी और जिला व पुलिस प्रशासन के अधिकारी मौजूद रहे।

