बलभूपुरा हिंसा: मृतक प्रकाश के मामले में आया नया मोड़, पुलिस बोली- दंगे में नहीं, निजी दुश्मनी में हुई हत्या
हल्द्वानी। बनभूलपुरा में हुई हिंसा में मृत माने जा रहे एक व्यक्ति के मामले में नया मोड़ आ गया है। वीरवार को पुलिस ने खुलासा किया कि प्रकाश नाम के व्यक्ति की मौत हिंसा में नहीं, बल्कि निजी दुश्मनी में हुई। हत्या के आरोप में एक पुलिस कांस्टेबल समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि एक आरोपी महिला फरार है।
घटना का खुलासा करते हुए नैनीताल के एसएसपी प्रह्लाद नारायण मीणा ने वीरवार को आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में जानकारी दी कि 9 फरवरी को थाना बनभूलपुरा को इंदिरा नगर रेलवे फाटक से आगे आंवला गेट गौला बाईपास पर एक शव मिला। उसके पास मिले दस्तावेजों से उसकी शिनाख्त 25 वर्षीय प्रकाश कुमार सिंह उर्फ अविराज पुत्र श्याम देव सिंह निवासी छिने गांव भोजपुर सिन्हा के रूप में हुई। शुरुआती जांच में पता चला कि उसकी प्रकाश की हत्या 8 फरवरी की रात की गई। शुरुआत में यही माना गया कि प्रकाश की हत्या 8 फरवरी की शाम बलभूलपुरा में हिंसा में हुई।
एसएसपी के अनुसार, अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर प्रकाश कुमार सिंह के मोबाइल की जांच के साथ ही एसओजी व सर्विलांस की मदद ली गई, तो यह संज्ञान में आया कि उसका संपर्क सितारगंज के किसी युवक से था। उत्तराखंड के अन्य नंबर से भी वह बात कर रहा था। वह 8 फरवरी को ही हल्द्वानी पहुंचा। पुलिस ने उसके संपर्क में आए व्यक्तियों से पूछताछ की, तो मामला निजी संबंधों और ब्लैकमेलिंग से जुड़ा निकला।
एसएसपी के अनुसार, आरोपियों ने साजिश रचकर प्रकाश को 8 फरवरी की शाम मौके पर बुलवाया और गोली मारकर उसकी हत्या कर दी गई। इस मामले में आरोपी कांस्टेबल बीरेंद्र सिंह (36 वर्ष) निवासी खटीमा जिला ऊधम सिंह, सूरज (28 वर्ष) निवासी सितारगंज जिला ऊधम सिंह, प्रेम सिंह (30 वर्ष) निवासी किच्छा जिला ऊधम सिंह नगर और नईम खान (50 वर्ष) निवासी बनभूलपुरा जिला नैनीताल को गिरफ्तार कर लिया गया है। इसके अलावा एक अन्य आरोपी प्रियंका निवासी खटीमा जिला ऊधम सिंह नगर फरार है।

