बाबा विश्वनाथ-देवी जगदीशिला डोलीयात्रा पछवादून से उत्तरकाशी रवाना, राजधानी में जगह-जगह लोगों ने किए दर्शन-पूजन
देहरादून। टिहरी जिले की घनसाली तहसील के ग्यारहगांव-हिंदाव क्षेत्र की आराध्य देवी जगदी और बाबा विश्वनाथ की डोली सोमवार को पछवादून के रास्ते उत्तरकाशी जिले के लिए प्रस्थान कर गई। इससे पूर्व राजधानी में डोली रथयात्रा का जगह-जगह पुष्पवर्षा के साथ स्वागत हुआ और लोगों ने पूजा-अर्चना कर आशीर्वाद लिया। डोलीयात्रा का यह रजत जयंती (25) वर्ष है।
पूर्व कैबिनेट मंत्री के संयोजन में 31 दिवसीय यात्रा 16 जून को ग्यारहगांव-हिंदाव पहुंचकर होगी संपन्न
पूर्व कैबिनेट मंत्री, मंत्री प्रसाद नैथानी के संयोजन में निकाली जा रही 31 दिवसीय बाबा विश्वनाथ-मां जगदीशिला डोली रथयात्रा 16 मई को हरिद्वार स्थित हरकीपैड़ी से आरंभ हुई, जो 16 जून को डोलीयात्रा ग्यारहगंाव-हिंदाव के जगदीशिला-विशोन पर्वत पहुंचकर संपन्न होगी। हरकीपैड़ी से डोलीयात्रा ऋषिकेश प्रवास के बाद रविवार अपराह्न देहरादून पहुंची। रानीपोखरी, भानियावाला, डोईवाला में स्वागत और पूजा-अर्चना के बाद डोली रथयात्रा यहां कलक्ट्रेट स्थित शहीद स्मारक स्थल पहुंची। उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी मंच की अगुआई में बड़ी संख्या में आंदोलनकारियों ने डोली यात्रा की अगवानी की। महिला आंदोलनकारियों ने भजन-कीर्तन किया।
शहीद स्मारक परिसर में लोक आराध्यों से राज्य आंदोलनकारियों ने की लोकमंगल की कामना
राज्य आंदोलनकारी मंच के अध्यक्ष जगमोहन नेगी व जिलाध्यक्ष प्रदीप कुकरेती ने डोली का माल्यार्पण कर प्रदेश के लोकमंगल की कामना की।मंच के प्रदेश महासचिव रामलाल खंडूरी व सांस्कृतिक मोर्चा की अध्यक्ष सुलोचना भट्ट ने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड में देव डोलियों और लोक आराध्यों का विशिष्ट महत्व है। राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के पूर्व अध्यक्ष अशोक वर्मा, सहकारी बाजार के अध्यक्ष वीरेंद्र पोखरियाल, मोहन खत्री, द्वारिका बिष्ट, गणेश डंगवाल, अनुज नौटियाल, भूमा रावत, तारा पांडे, राधा तिवारी, अरूणा थपलियाल, राजेश्वरी परमार, सुलोचना गुसाईं, भगवती प्रसाद सेमवाल, देवेश्वर काला, मोहन सिंह रावत, पुष्कर बहुगुणा, सुरेश नेगी, संजय थापा, प्रवीण गुसाईं, सुदेश सिंह, सुरेश कुमार, प्रेम सिंह नेगी, बीर सिंह रावत, लक्ष्मी सकलानी, सत्येंद्र नौगाईं, विनोद असवाल, राकेश नौटियाल, राजेश्वरी नेगी समेत काफी आंदोलनकारी इस दौरान मौजूद रहे।
नगर निगम में बच्चों ने गाए वंदना गीत, एमडीडीए कॉलोनी में स्थानीय निवासियों ने स्वागत
शहीद स्मारक से डोली रथयात्रा नगर निगम परिसर स्थित जुगमंदरदास सभागार में पहुंची, जहां पूर्व विधायक राजकुमार, कांग्रेस के पूर्व महानगर अध्यक्ष लालचंद शर्मा समेत काफी श्रद्धालुओं ने डोली के दर्शन किए। यहां देवभूमि संस्कृत विद्यालय के बच्चों ने वंदना गीत के साथ डोली का स्वागत किया। इसके बाद डोली एमडीडीए कॉलोनी डालनवाला पहुंची, जहां नर्मदेश्वर मंदिर परिसर में कॉलोनी की समिति के अध्यक्ष प्रवीण त्यागी, उपाध्यक्ष अकबर नेगी व पुजारी श्रीकांत शुक्ल के साथ कॉलोनवासियों ने डोली का पूजन किया।
पुष्पांजलि सोसायटी में उत्सव सरीखे उल्लास भरे माहौल में लोगों ने की देव डोली की पूजा-अर्चना
यहां से डोली यात्रा तेगबहादुर रोड स्थित पुष्पांजलि अपस्केल लिविंग सोसायटी पहुंची। सोसायटी परिसर में काफी संख्या में वहां के निवासियों व अन्य लोगों ने डोली का स्वागत किया। सोसायटी के पूर्व सचिव जगदीश प्रसाद अंथवाल के संयोजन में सोसायटी के सदस्यों के साथ ही अन्य स्थानों से पहुंचे लोगों ने भी डोली की पूजा-अर्चना कर आशीर्वाद प्राप्त किया।
इस मौके पर सोसायटी के अध्यक्ष शरदकांत, सचिव अनिल गुप्ता, कोषाध्यक्ष संजय नेगी, विमला अंथवाल, ज्योति रैना, नीरजा गुप्ता, वंदना गुप्ता, दिव्या कंडवाल, राजश्री गुप्ता, अनन्या जुयाल व निवर्तमान पार्षद राकेश मंजखोला के अलावा देवेंद्र दत्त अंथवाल, पीतांबर दत्त अंथवाल, आशीष शर्मा, गंगा प्रसाद नैथानी, डॉ. राकेश डंगवाल, संपत्ति देवी थपलियाल, आशा अंथवाल, दर्शनी देवी अंथवाल, शशिप्रभा शर्मा, कमली देवी नैथानी, सुशीला अंथवाल, पूनम सेमवाल, सीमा थपलियाल, विजया डंगवाल, अजय (हरि) अंथवाल, डॉ. विवेक अंथवाल, अंकिता शर्मा, अंशुल शर्मा, उत्सव सेमवाल, दिव्यांश अंथवाल व श्रीयांश अंथवाल आदि मौजूद रहे।
रेसकोर्स, अजबपुर, सरस्वती विहार और फ्रेंड्स एन्क्लेव में भी यात्रा की अगवानी को जुटे श्रद्धालु
पुष्पांजलि से डोली यात्रा रेसकोर्स सूरी चौक पहुंची, जहां विवेक सूरी के साथ श्रद्धालुओं ने दर्शन किए। अजबपुर माता मंदिर मार्ग पर शिव प्रसाद डंगवाल और सरस्वती विहार के शिव शक्ति मंदिर में सरस्वती विहार विकास समिति के अध्यक्ष पंचम बिष्ट, उपाध्यक्ष कैलाशराम तिवारी व सचिव गजेंद्र भंडारी, फ्रेंड्स एन्क्लेव में निवर्तमान पार्षद राकेश पंडित व कैलाशपति मैठाणी की अगुआई में डोलीयात्रा का स्वागत किया गया। रात्रि पड़ाव डोली ने नवादा में किया, जहां से सोमवार सुबह वह पछवादून के लिए रवाना हुई।