अल्मोड़ा अग्निकांड: तीन लापरवाह वनाधिकारी सस्पेंड, गंभीर रूप से झुलसे वनकर्मी एयरलिफ्ट करके सदरजंग भेजे गए
हल्द्वानी। अल्मोड़ा के बिनसर वन्यजीव विहार में वनाग्नि की चपेट में आकर बुरी तरह झुलसे वनकर्मियों को इलाज के लिए नई दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल शिफ्ट किया जा रहा है। शुक्रवार दोपहर तक दो घायलों को एयरलिफ्ट किया जा चुका था।
इसबीच, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर भारतीय वन सेवा के कुमाऊं मंडल में तैनात तीन बड़े अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया गया है। कार्रवाई की जद में आए अफसरों में मुख्य वन संरक्षक कुमाऊं, मुख्य वन संरक्षक नॉर्थ और अल्मोड़ा वन प्रभाग के डीएफओ शामिल हैं। इन पर लापरवाही बरतने के आरोप में कारवाई की गई है। वीरवार शाम बिनसर में आग बुझाने गए वनकर्मियों में से चार की मौके पर ही मौत हो गई थी, जबकि चार गंभीर रूप से झुलस गए थे। ये सभी चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी थे। आग की सूचना के बाद भी इन कर्मचारियों को तो मौके पर भेज दिया गया, लेकिन इनके साथ कोई भी जिम्मेदार वनाधिकारी मौके पर नहीं गया था।
कुमाऊं मंडल के आयुक्त दीपक रावत ने बताया कि वनाग्नि में गंभीर रूप से झुलस कर घायल हुए कर्मचारियों के लिए दिल्ली से दो और एयर एंबुलेंस पंतनगर एयरपोर्ट पहुंची हैं। उन्होंने बताया कि हल्द्वानी स्थित सुशीला तिवारी अस्पताल से चारों घायलों को बीती शाम उपचार के लिए लाया गया था। अब इन्हें एयरलिफ्ट करके दिल्ली के सफदरजंग स्थित अस्पताल की बर्न यूनिट में भर्ती कराया जा रहा है।
दोपहर प्रदेश के सूचना महानिदेशक बंशीधर तिवारी ने बताया कि गंभीर हालत को देखते हुए सबसे पहले कृष्ण कुमार को एयरलिफ्ट करके सफदरजंग ले जाया गया। वहीं दूसरी एयर एंबुलेंस से कुंदन सिंह नेगी को दोपहर तक दिल्ली रवाना किया जा चुका था। अन्य दो को भी दिल्ली भेजने की तैयारी थी।