जखन्याली और मुयालगांव में ध्वस्त व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने में जुटी एजेंसियां, मुख्यमंत्री ने किया आपदा प्रभावित क्षेत्र का दौरा
टिहरी। घनसाली तहसील के आपदा प्रभावित ग्राम पंचायत जखन्याली व मुयालगांव में वीरवार को युद्धस्तर पर राहत कार्य आरंभ कर दिए गए हैं। एसडीआरएफ समेत तमाम एजेंसियां ध्वस्त व्यवस्थाओं को पुनर्स्थापित करने के लिए जुटी हैं। सुबह टिहरी के डीएम मयूर दीक्षित ने घनसाली के विधायक शक्तिलाल शाह के साथ जखन्याली व मुयालगांव का दौरा कर हालात का जायजा लिया। दोपहर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी आपदा प्रभावित जखन्याली गांव पहुंचे और पीड़ित परिवारों से मुलाकात की।
नौताड़ तोक में सरोली गदेरे ने मचाई थी तबाही, एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत
बुधवार दोपहर बाद हुई भारी बारिश ने नैलचामी पट्टी की ग्राम पंचायत जखन्याली व मुयालगांव में काफी नुकसान पहुंचाया था। तहसील मुख्यालय से करीब 5 किमी. दूर बुधवार रात घनसाली-चिरबिटिया-तिलबाड़ा पर जखन्याली के नौताड़ तोक में सरोली गदेरे ने भारी तबाही मचाई। यहां होटल, मकान, खेत, सड़क सब तबाह हो गए, जबकि मलबे में दब कर एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत हो गई।
क्षति का आंकलन कर तत्काल शुरू कराएं सुरक्षात्मक कार्य : धामी
वीरवार दोपहर हालात का जायजा लेने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी हेलीकॉप्टर से बहेड़ा में बनाए गए अस्थाई हेलीपैड पहुंचे, जहां से वाहन के जरिए आपदाग्रस्त जखन्याली पहुंचकर उन्होंने स्थलीय निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री ने नौताड़ में मृतकों के परिजनों से मुलाकात कर उन्हें सांत्वना देते हुए कहा कि शासन-प्रशासन प्रभावितों के साथ खड़ा है। प्रभावितों को हर संभव सहायता दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि क्षेत्र में आपदा से जनहानि, पशुहानि व अन्य परिसंपत्तियों को काफी नुकसान पहुंचा है।
उन्होंने टिहरी के डीएम को आपदा प्रभावितों को तत्काल राहत पहुंचाने और राहत कैंपों में सभी आवश्यक व्यवस्था करने के निर्देश दिए। साथ ही आपदा क्षति का आंकलन कर तत्काल सुरक्षात्मक उपाय करने, आपदा प्रभावित क्षेत्र में जन जीवन सामान्य बनाने के लिए सड़क कनेक्टिविटी, विद्युत और पेयजल की आपूर्ति सुचारू करने के निर्देश भी दिए। इस मौके पर पीडब्ल्यूडी एवं सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज, टिहरी के विधायक किशोर उपाध्याय, घनसाली के विधायक शक्तिलाल शाह, टिहरी के डीएम मयूर दीक्षित, सीडीओ अभिषेक त्रिपाठी और एसएसपी नवनीत भुल्लर समेत कई जनप्रतिनिधि व अधिकारी मौजूद रहे।
घरों में दरारें आने की शिकायत के बाद डीएम ने दिए भूगर्भीय सर्वे के निर्देश
इससे पहले सुबह करीब 8 बजे डीएम मयूर दीक्षित और विधायक शाह भी आपदा प्रभावितों के बीच पहुंचे। उन्होंने वहां चल रहे राहत और पुनर्स्थापना कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए। डीएम ने जखन्याली पिपलोगी में कुछ घरों में दरारें आने की शिकायत को देखते भूगर्भीय सर्वेक्षण टीम को मौके पर पहुंच कर सर्वे करने के निर्देश दिए हैं। महिला मिलन केंद्र जखन्याली में प्रभावितों को फूड, पेयजल, दूध पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिए गए हैं। डीएम ने बताया कि तात्कालिक तौर पर 8 लोगों को अहेतुक राहत राशि (5 हजार प्रत्येक) दी गई है।
मुयालगांव में हाईवे पर ध्वस्त पुल की जगह ऋषिकेश से मंगाया जा रहा वैलीब्रिज, एसडीआरएफ ने 200 लोगों को लगाया पार
दूसरी ओर, मुयालगांव में घनसाली- चिरबिटिया- तिलबाड़ा हाईवे पर पुल ध्वस्त होने से ठप आवाजाही को सुचारू करने के लिए वीरवार सुबह से ही एसडीआरएफ व अन्य एजेंसियां जुटी हैं। एसडीआरएफ ने ग्रामीणों और यात्रियों की सुरक्षा के लिए एक वैकल्पिक मार्ग तैयार किया है। दोपहर तक 200 से ज्यादा यात्रियों और ग्रामीणों को रोप की सहायता से सुरक्षित पार कराया गया। इसके साथ ही, एक स्थानीय बीमार महिला को स्ट्रेचर के मध्यम से अस्पताल तक पहुंचवाया।
सुबह डीएम मयूर दीक्षित ने भी क्षेत्रीय विधायक के साथ ध्वस्त पुल का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि यहां एक घोड़ा भी गदेरे की बाढ़ में बह गया। परिसंपतियों को भी नुकसान हुआ है। डीएम ने हाईवे पर यातायात शीघ्र शुरू करने के लिए ऋषिकेश से तत्काल वैली ब्रिज मंगाने के निर्देश दिए हैं। इस बीच, मुयालगांव और जखन्याली में कृषि विभाग व तहसील प्रशासन ने फसलों और अन्य परिसंपत्तियों को हुए नुकसान का सर्वे शुरू कर दिया है।