पंचायत चुनाव की मतगणना के बाद नव निर्वाचित प्रतिनिधि इस बार नहीं निकाल पाएंगे विजयी जुलूस, निर्वाचन आयोग ने लगाया प्रतिबंध
देहरादून। राज्य निर्वाचन आयोग ने त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की मतगणना के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। वीरवार को कुल 10,915 पदों के लिए पड़े मतों की गिनती के लिए कुल 15,024 कार्मिक जुटेंगे। इसके अलावा गणना केंद्रों पर सुरक्षा व्यवस्था में 8,926 जवानों को तैनात किया गया है। पंचायत चुनाव में कुल 34,151 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। इस बार एक बड़ा निर्णय लेते हैं निर्वाचन आयोग ने विजय जुलूस निकालने पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया है।
सभी 89 विकासखंडों में सुबह 8 बजे से गिने जाएंगे वोट,
15,024 कार्मिक जुटेंगे गिनती में

राज्य निर्वाचन आयोग के सचिव राहुल गोयल ने कहा कि वीरवार सुबह 8 बजे से आरंभ होने वाली पंचायत चुनाव की मतगणना का कार्य पूरी पारदर्शिता से कराया जाएगा। इसके लिए सभी जरूरी इंतजाम कर लिए गए हैं। सचिव के अनुसार, हरिद्वार को छोड़कर राज्य के 12 जिलों के 89 विकासखंडों में दो चरणों में हुए मतदान का प्रतिशत 69.16 रहा है। इसमें 64.23 प्रतिशत पुरूष और 74.42 प्रतिशत महिला मतदाता शामिल रहे। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए 24 जुलाई और 28 जुलाई को मतदान कराया गया।
चुनाव परिणाम आरओ स्तर से घोषणा के बाद ही दिखेगा आयोग की वेबसाइट पर

आयोग के सचिव ने बताया कि मतगणना के लिए पूरी तैयारी कर ली गई है। मतगणना की निगरानी प्रेक्षक, जोनल मजिस्ट्रेट व पुलिस के अधिकारी करेंगे। सुरक्षा के दृष्टिगत सभी मतगणना केंद्रों पर आवश्यक बैरिकैडिंग कर ली गई हैं। उन्होंने बताया कि रिटर्निंग ऑफिसर के स्तर पर चुनाव परिणाम की घोषणा हो जाने के बाद आयोग की वेबसाइट पर इन्हें प्रदर्शित किया जाएगा।
विजयी जुलूसों पर रोक से लिए सभी जिलों को जारी किए निर्देश
चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद विजयी जुलूस निकालने पर प्रतिबंध रहेगा। राज्य निर्वाचन आयोग ने जिलों को भेजे लिखित निर्देश में उम्मीदवारों के समर्थन में निकलने वाले जुलूसों पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने के लिए कहा है। जिलों को भेजे पत्र में आयोग ने कहा है कि मतगणना स्थल पर वरिष्ठ व अनुभवी अधिकारी को जोनल मजिस्ट्रेट के रूप में तैनात किया जाएगा। मतगणना केंद्र पर एक पुलिस क्षेत्राधिकारी, या प्रभारी निरीक्षक अथवा थानाध्यक्ष की ड्यूूटी अनिवार्य रूप से लगाई जाए।

