टपकेश्वर मंदिर परिसर में गिरा विशाल पेड़, दुकानें और वाहन दबे, दो घायल
देहरादून। गढ़ी कैंट स्थित पौराणिक टपकेश्वर महादेव मंदिर परिसर में ऐन प्रवेश द्वार के आगे खड़ा दशकों पुराने विशाल पीपल के पेड़ का एक हिस्सा मंगलवार शाम अचानक गिर गया। इस घटना में दो दुकानें और दो वाहनों समेत कुछ लोग चपेट में आ गए। दो व्यक्ति घायल हो गए, जिन्हें अस्पताल भिजवाया गया। फायर सर्विस के जवानों ने वुडन कटर से पेड़ काटकर कुछ देर बाद हालात सामान्य किए।
घटना मंगलवार शाम करीब पौने 6 बजेे घटित हुई। टीआपकेश्वर महादेव मंदिर परिसर की सीढ़ियों की शुरूआत में पीपल का विशाल पेड़ था, जिसके नीचे चबूतरे पर बैठकर लोग सुस्ताते थे। कुछ लोग वहां अपनी दुकान भी सजा लेते थे। वहीं नीचे कुछ मूर्तियां रखी गईं थीं। पेड़ के नीचे लोग दुपहिया भी पार्क कर लेते थे। शाम पौने 6 बजे अचानक पेड़ का बड़ा हिस्सा बीचों-बीच से दोफाड़ होकर धराशायी हो गया। पेड़ गिरते देख वहां मौजूद लोग इधर-उधर भागे, लेकिन तब तक धराशायी हुए पेड़ के नीचे हरीश चौरसिया व संगीता थापा की दुकानें दब गईं। इन दुकानों में प्रसाद का विक्रय होता था। हरीश की दुकान में कार्यरत गौतम और विकास घायल हो गए। विकास के सिर पर चोटें आने के कारण उसे एंबुलेंस के माध्यम से अस्पताल भिजवाया गया। एक भवन के कुछ हिस्से को भी क्षति पहुंची।
सूचना पर पहुंची कैंट पुलिस और फायर सर्विस की टीमों ने वहां रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया। पेड़ के नीचे एक कार (यूके07 एएन 8206) और एक एक्टिवा (यूके07 एफयू 1385) भी दब गए थे। फायर सर्विस के जवानों ने वुडन कटर से पेड़ को काटकर वाहनों को बाहर निकाला और मंदिर का रास्ता साफ किया। फायर सर्विस के अनुसार, उक्त कार्रवाई में मंदिर में कार्यरत 5-6 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया।

