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भारी बारिश से प्रदेश में कई जगह हाईवे, बिजली और पेयजल आपूर्ति प्रभावित, दो वाहनों पर गिरे बोल्डर, अलग-अलग घटनाओं में तीन की मौत

देहरादून/हल्द्वानी। प्रदेश में रविवार देर रात से हो रही बारिश के कारण गढ़वाल और कुमाऊं मंडल में जनजीवन व्यापक तौर पर प्रभावित हुआ है। पौड़ी जिले में वाहनों पर बोल्डर गिरने की दो घटनाएं हुई हैं। इनमें एक वाहन में सवार दो लोगों की मौत हो गई, जबकि सात अन्य घायल हो गए। नैनीताल जिले के हल्द्वानी में एक व्यक्ति नाले के उफान में बह गया। देहरादून के प्रेमनगर क्षेत्र में तीन मजदूर नदी के उफान में फंस गए, जिन्हें रेस्क्यू कर लिया गया। वहीं, राजधानी में कई जगह पेड़ गिरने की घटनाएं सामने आई हैं। उत्तरकाशी के मोरी क्षेत्र व चमोली में विद्युल लाइनें डेमेज होने से बदरीनाथ धाम समेत कई क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति और पिथौरागढ़ में जलस्रोतों को क्षति पहुंचने से पेयजल आपूर्ति बाधित हुई है। टिहरी जिले में गंगोत्री हाइवे और उत्तरकाशी जिले में गंगोत्री व यमुनोत्री हाईवे भूस्खलन के कारण अवरूद्ध होने की सूचना है। रूद्रप्रयाग जिले के सीतापुर में पहाड़ी से गिरे मलबे में दबकर दो दुकानें ध्वस्त हो गईं। अधिकांश नदियां उफान पर हैं, जिनके किनारे बसे लोगों को सुरक्षित स्थान पर भेजा जा रहा है। बारिश के कारण सोमवार को एहतियात के तौर पर देहरादून व नैनीताल जिले में सभी स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्रों में अवकाश घोषित कर दिया गया।

मुख्यमंत्री धामी के सभी डीएम को निर्देशः अपनी पूरी टीम के साथ ग्राउंड जीरो पर रहें

इस बीच, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बारिश से उत्पन्न हालात की समीक्षा के लिए सोमवार सुबह सभी जिलों के डीएम के साथ वर्चुअल बैठक की। इस दौरान उन्होंने निर्देश दिए कि प्रदेश में लगातार हो रही वर्षा के दृष्टिगत सभी डीएम अपनी पूरी टीम के साथ लगातार ग्राउंड ज़ीरो पर रहें। सड़कों के बाधित होने पर उन्हें शीघ्र खुलवाएं। पेयजल अथवा विद्युत लाइनें क्षतिग्रस्त होने की स्थिति में यथाशीघ्र व्यवस्थाएं सुचारु की जाएं। यह भी सुनिश्चित किया जाए कि ग्रामीण संपर्क मार्ग बाधित होने की स्थिति में लोगों के आवागमन की वैकल्पिक व्यवस्था शीघ्र उपलब्ध हो। मुख्यमंत्री ने वर्षा के कारण फसलों को हुई क्षति का शीघ्र आकलन करने को भी कहा। बैठक में वर्चुअल जुड़े सभी डीएम के अलावा प्रमुख सचिव आरके सुधांशु, आर. मीनाक्षी सुंदरम, सचिव शैलेश बगोली, अपर पुलिस महानिदेशक एपी अंशुमन, विशेष सचिव डॉ. पराग मधुकर धकाते, अपर सचिव बंशीधर तिवारी, पीडब्ल्यूडी सचिव पंकज पांडेय, गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पांडेय, कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत आदि शामिल हुए।

पौड़ी जिले के कोटद्वार और नीलकंठ मार्ग पर हुई वाहनों पर बोल्डर गिरने की घटनाएं, सात घायलों का चल रहा उपचार

बारिश के कारण जगह-जगह पहाड़ियां दरकने की घटनाएं सामने आ रही हैं। पौड़ी जिले में पूर्वाह्न 10 बजे के आसपास हुई दर्दनाक घटना में पहाड़ी से गिरे विशाल बोल्डर की चपेट में आकर मैक्स वाहन बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। प्राप्त जानकारी के अनुसार, रिखणीखाल ब्लॉक के किल्बोखाल क्षेत्र से सवारियां लेकर मैक्स वाहन कोटद्वार आ रहा था, तभी कोटद्वार से ऐन पहले सिद्धबली मंदिर के नजदीक यह घटना हो गई। इस हादसे में दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। चालक समेत सात अन्य घायल हो गए। घायलों को कोटद्वार अस्पताल और गंभीर घायलों को एम्स ऋषिकेश में भर्ती कराया गया है। वहीं दूसरी ओर, ऋषिकेश से सटे पौड़ी जिले के गट्टूगाड क्षेत्र में नीलकंठ मार्ग पर भी सुबह पहाड़ी से टूटकर विशाल बोल्डर सड़क कार पर आ गिरा। इससे कार का अगला हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। गनीमत यह रही कि बोल्डर कार के बोनट पर गिरा, जिससे उसमें सवार सभी लोग बाल-बाल बच गए। घटना के बाद ऐहतियात के तौर पर क्षेत्र में वाहनों की आवाजाही रोक दी गई। जिले में कोटद्वार-दुगड्डा राष्ट्रीय राजमार्ग गुमखाल में मलबा आने से अवरूद्ध हो गया।

रूद्रप्रयाग जिले के सीतापुर में पहाड़ी से गिरा मलबा, दो दुकानें पूरी तरह दबकर ध्वस्त

रूद्रप्रयाग जिले में केदारनाथ मार्ग पर सीतापुर स्थित नई पार्किंग में रविवार मध्य रात्रि बारिश के बीच भूस्खलन हो गया। पहाड़ी से भारी मात्रा में मलबा और बोल्डर गिरने से दो दुकानें उसके नीचे दबकर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गईं। रूद्रप्रयाग के जिला आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार, इस घटना में किसी तरह की जनहानि नहीं हुई। जिले में 10 ग्रामीण मार्ग बंद हैं, जिन्हें खोलने का प्रयास किया जा रहा है।

उत्तरकाशी जिले में गंगोत्री और यमुनोत्री नेशनल हाईवे रहे घंटों अवरूद्ध, तीन गांवों की बिजली ठप

उत्तरकाशी जिले में सुबह पहाड़ी से मलबा आने के कारण ऋषिकेश-यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच-134) ब्रह्मखाल व स्यानाचट्टी क्षेत्र में बाधित हो गया। जबकि, ऋषिकेश-गंगोत्री नेशनल हाईवे (एनएच-34) गंगनानी नागराजा मंदिर के नजदीक अवरूद्ध हो गया। बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन (बीआरओ) की टीमें हाईवे खोलने के लिए जुटी हुई हैं। जिले की मोरी तहसील के नेटवाड़ क्षेत्र में चार विद्युत पोल क्षतिग्रस्त हो गए। इससे तीन गांवों की बिजली आपूर्ति ठप हो गई है, जिसे सुचारू करने का प्रयास किया जा रहा है।

चमोली जिले में बदरीनाथ और हेमकुंड साहिब समेत कई क्षेत्रों की बिजली आपूर्ति रही बाधित

चमोली जिले में जोशीमठ तहसील क्षेत्रांतर्गत जोशीमठ व पांडुकेश्वर के बीच पेड़ गिरने से विद्युल लाइन क्षतिग्रस्त हो गई। इसके कारण हेमकुंड साहिब, पांडुकेश्वर व बदरीनाथ धाम में बिजली आपूर्ति ठप हो गई। इसे सुचारू करने के लिए विद्युत विभाग की टीम मौके पर जुटी थी। वहीं दूसरी ओर, कर्णप्रयाग तहसील क्षेत्रांतर्गत गैरसैंण में चटवापीपल-गोचर फीडर ब्रेकडाउन हो गया। इसके कारण 12 गांवों की बिजली आपूर्ति ठप हो गई।

टिहरी जिले के नरेंद्रनगर क्षेत्र में हाइवे बाधित होने से लगा जाम, भद्रकाली में रोके गए वाहन

टिहरी जिले के नरेंद्रनगर ब्लॉक क्षेत्रांतर्गत प्लास्डा पुलिस चौकी के समीप सुबह पहाड़ी से भारी मात्रा में मलबा आने के कारण ऋषिकेश-गंगोत्री नेशनल हाईवे बाधित हो गया। कुछ घंटों की मशक्कत के बाद इसे दोपहर खोला गया, लेकिन फिर से मलबा आने के कारण यह दोबारा बंद हो गया। अपराह्न इस पर से मलबा हटाकर वन-वे खोला गया। मार्ग अवरूद्ध होने से हाईवे पर दोपहर बाद तक भी लंबा जाम लगा हुआ था। इसे देखते हुए ऋषिकेश के नजदीक भद्रकाली चेक पोस्ट से वाहनों को रोककर डायवर्ट किया गया। नरेंद्रनगर-रानीपोखरी राज्य मार्ग-77 किलोमीटर 8 और गूल्लरनाई-सिलखणी-मठियाली राज्य मार्ग-76 किलोमीटर 49 में मलबा आने से बंद है।

देहरादून में कलक्ट्रेट परिसर समेत कई जगह गिरे विशाल पेड़़, नदी में फंसे तीन मजदूर रेस्क्यू किए


राजधानी में रविवार रात से हो रही निरंतर बारिश के कारण कई जगह पेड़ गिरने की घटनाएं हुई हैं। कलक्ट्रेट स्थित शहीद स्मारक परिसर में खड़ा कपूर का विशाल पेड़ सोमवार तड़के जड़ से उखड़कर बाउंड्रीवॉल और उससे लगे कुछ वकीलों के बस्ते पर जा गिरा। इससे वह पूरी तरह ध्वस्त हो गया। स्मारक परिसर की दीवार को भी हल्का नुकसान पहुंचा है। गनीमत यह रही कि घटना ऐसे वक्त हुई, जब वहां कोई नहीं था। यदि सुबह 10 बजे बाद यह घटना होती तो बड़ी दुर्घटना होने की आशंका थी, क्योंकि इस दौरान परिसर में सैकड़ों लोगों की भीड़ रहती है। पथरियापीर, अनारवाला समेत अन्य इलाकों से भी पेड़ गिरने की सूचना हैं। जाखन क्षेत्र में पुस्ता खिसकने से एक मकान को क्षति पहुंची है।

 

टपकेश्वर मंदिर क्षेत्र में बहने वाली टौंस का जलस्तर सुबह काफी अधिक बढ़ने के कारण यह ऊपर बने मंदिर के एकदम नजदीक तक पहुंच गई थी। कारगी क्षेत्र में बहने वाला नाला ओवरफ्लो होकर सड़कों पर बह निकला, जिससे आवाजाही ठप हो गई। इसी तरह भानियावाला में भारी मात्रा में बरसाती पानी आने से ऋषिकेश हाईवे क्षेत्र में आवाजाही प्रभावित रही। दूसरी ओर, प्रेमनगर क्षेत्र के ठाकुरपुर में नदी की तेज धारा के बीच तीन मजदूर फंस गए। सूचना पर पहुंची एसडीआरएफ ने किसी तरह इन्हें सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया। तीनों श्रमिक मूलरूप से बिहार के मुजफ्फरपुर के रहने वाले हैं।

ऋषिकेश और हरिद्वार में गंगा तटों पर पुलिस अलर्ट, जलभराव रोकने को वाटर पंपों का इस्तेमाल

देहरादून पुलिस ऋषिकेश समेत जिले भर में सभी प्रमुख नदियों और बरसाती नालों के आसपास अतिरिक्त सतर्कता बरत रही है। गंगा समेत तमाम नदियों का जलस्तर बढ़ने के कारण यह कदम उठाया गया है। लोगों को लाउड हेलरों के माध्यम से सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए कहा जा रहा है। ऋषिकेश के त्रिवेणी व मायाकुंड क्षेत्र में नदी किनारे बसी बस्तियों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है। यहां गंगा में डुबकी लगाने वालों को भी सुरक्षा की दृष्टि से हटाया जा रहा है। दूसरी ओर, हरिद्वार जिले में भी गंगा और अन्य बरसाती नदियों के आसपास नजर रखी जा रही है। निचले इलाकों में बसे लोगों को खासतौर से अलर्ट रहने को कहा जा रहा है। अधिकारी भी संवेदनशील स्थानों का जायजा ले रहे हैं। यहां जलभराव से सर्वाधिक प्रभावित रहने वाले भगत सिंह चौक इलाके में हाईप्रेशर वाटर पंपों की मदद से जल निकासी की गई।

कुमाऊं मंडल में भी जन-जीवन प्रभावित, हल्द्वानी में व्यक्ति बहा, पिथौरागढ़ जिले के बड़े इलाके में जलापूर्ति ठप

कुमाऊं मंडल में भी बारिश ने काफी दिक्कतें बढ़ाई हैं। बारिश के दृष्टिगत नैनीताल जिले में सोमवार को सभी स्कूल व आंगनबाड़ी केंद्र बंद रखे गए। जिले में हल्द्वानी तहसील के भाखड़ा नाले के तेज बहाव में एक व्यक्ति बह गया। काफी तलाश के बाद भी उसका कुछ पता नहीं चला। एसडीआरएफ और एनडीआरएफ के जवान लापता व्यक्ति की तलाश में जुटे हैं। गर्जिया-घुघुतियाधार-बेतालघाट राज्य मार्ग-82 बेतालघाट के पास मलबा आने से बंद है, जिसे खोलने के प्रयास किए जा रहे हैं। अल्मोड़ा जिले में मेहलचौरी-बछुवाबांण-चौखुटिया राज्यमार्ग-33 किलोमीटर 116 में मलबा आने से बंद हो गया। पिथौरागढ़ जिले में तवाघाट-घटियाबगड़-लिपुलेख राष्ट्रीय राजमार्ग दो स्थानों पर और धारचूला-तवाघाट राष्ट्रीय राजमार्ग विभिन्न स्िानों पर भारी मात्रा में मलबा आने से बंद हो गया। मुनस्यारी-मिलम बॉर्डर रोड भी अवरूद्ध है। जिला आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार, पिथौरागढ़ के डीडीहाट-मुनस्यारी क्षेत्र में विभिन्न जलस्रोतों में मलबा आने से डीडीहाट नगर, कौली कन्याल, मुनस्यारी, धौलकांडा तेजम, तोमिक और धारचूला क्षेत्र में लुम्ती, ताकुल, मानाखेत, घटकुना व बेरीनाग क्षेत्र में पुरानाथल, उपराड़ा, चौड़मन्या, दशाईथल, पांगरपानी, चौकोड़ी में जलापूर्ति बाधित है।

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