जीएसआई की चार जिलों में भूस्खलन और मौसम विभाग की बहुत भारी बारिश की चेतावनी, डीएम किए गए हाई अलर्ट
देहरादून। गढ़वाल मंडल के चार जिलों के लिए भारतीय भू-विज्ञान सर्वेक्षण ने सात और आठ जुलाई को भूस्खलन की चेतावनी जारी की है। इसके साथ ही मौसम विभाग ने भी इन जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश का पूर्वानुमान व्यक्त किया है। इसे देखते हुए आपदा प्रबंधन विभाग ने चारों जिलों के लिए हाईअलर्ट जारी करते हुए इन जिलों के डीएम को सभी एहतियाती कदम उठाने को कहा है।

इस बीच, भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन से सोमवार सुबह टिहरी जिले में जाख-डोबरा-कमांद मोटर मार्ग जाख के पास बंद हो गया। इसी तरह, गूलर- नाई-सिलखनी-मठियाली राज्य मार्ग किमी 49.400 में और किमी 6 से चमेली मोटर मार्ग किमी 4.300 के बीच भारी मलबा आने के कारण बंद हो गया है। प्रशासन बंद मार्गों को खोलने के लिए जुटा है। दूसरी ओर, नरेंद्रनगर-रानीपोखरी बाईपास मार्ग पर टिहरी प्रशासन ने सुरक्षा के दृष्टिगत आवागमन रोक दिया है।
टिहरी, उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग और चमोली के इन डिवीजन में हो सकता है लैंडस्लाइड
भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (जीएसआई) ने रविवार को राज्य के टिहरी, उत्तरकाशी, रूद्रप्रयाग व चमोली जिले के लिए भूस्खलन की यह चेतावनी जारी की है।

जीएसआई की ओर से जारी चेतावनी में चमोली जिले के चमोली सब डिवीजन, रूद्रप्रयाग जिले में रूद्रप्रयाग व ऊखीमठ सब डिवीजन, टिहरी जिले के घनसाली, नरेंद्रनगर व धनोल्टी सब डिवीजन और उत्तरकाशी जिले में डुंडा व चिन्यालीसौड़ सब डिवीजन में सात व आठ जुलाई को भूस्खलन होने की आशंका व्यक्त की गई है। इसके साथ ही भारत मौसम विज्ञान विभाग (देहरादून) ने इसी अवधि के दौरान टिहरी, उत्तरकाशी व रूद्रप्रयाग के लिए भारी से बहुत भारी वर्षा की संभावना जताई है।
आपदा प्रबंधन विभाग ने चारों जिलों के लिए हाई अलर्ट के साथ जारी की विस्तृत एडवायजरी

जीएसआई और भारत मौसम विज्ञान विभाग की चेतावनियों के मद्देनजर आपदा प्रबंधन विभाग के राज्यस्तरीय आपातकालीन परिचालन केंद्र की ओर से चारों जिलों के डीएम को हाई अलर्ट पर रहने के निर्देश जारी किए गए हैं। विभाग ने इस संबंध में विस्तृत एडवायजरी जारी करते हुए उनसे कहा है कि प्रत्येक स्तर पर तत्परता व सुरक्षा बनाए रखते हुए आवागमन में नियंत्रण बरता जाए। किसी भी आपदा अथवा दुर्घटना की स्थिति में मौके पर त्वरित कार्रवाई करने के साथ ही सूचनाओं का तत्काल आदान-प्रदान करें।
सभी अधिकारियों को अपने-अपने तैनाती क्षेत्रों में बने रहने के निर्देश
एडवायजरी में चारों जिलों के डीएम से कहा गया है कि वे अपने जिलों में आपदा प्रबंधन की आईआरएस प्रणाली के सभी नामित अधिकारियों व विभागीय नोडल अधिकारियों को हाई अलर्ट पर रखें। एनएच, पीडब्ल्यूडी, पीएमजीएसवाई, एडीबी, बीआरओ, डब्ल्यूबी और सीपीडब्ल्यूडी किसी भी मोटर मार्ग के अवरुद्ध होने की स्थिति में उसे तत्काल खुलवाना सुनिश्चित करेंगे। सभी राजस्व उपनिरीक्षकों, ग्राम विकास अधिकार्यों, ग्राम पंचायत अधिकारियों को अपने तैनाती क्षेत्रों में बने रहने और सभी थाने-चौकियों को रेस्क्यू उपकरणों व वायरलेस सेट के साथ तैयार रहने के लिए कहा गया है।
असामान्य मौसम के दौरान उच्च हिमालयी क्षेत्रों में पर्यटकों को आवागमन की अनुमति न दें

एडवायजरी में कहा गया है कि उक्त अवधि में किसी भी अधिकारी या कर्मचारी के मोबाइल फोन स्विच ऑफ नहीं होने चाहिए। स्कूलों और छात्र-छात्राओं की सुरक्षा पर विशेष ध्यान दें। आपदा प्रबंधन विभाग ने असामान्य मौसम अथवा भारी वर्षा की चेतावनियों के दौरान उच्च हिमालयी क्षेत्रों में पर्यटकों के आवागमन को अनुमति न देने के भी लिए भी कहा है। साथ ही भारी वर्षा के दौरान अनिवार्य रूप से वाहनों व पैदल यात्रियों का आवागमन रोकने को कहा गया है।

