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भारी बारिश के रेड अलर्ट से प्रदेश के स्कूलों में छुट्टी घोषित, यमुनोत्री धाम समेत 60 से ज्यादा गावों की बिजली ठप, भूस्खलन के मलबे में लापता सात मजदूरों में तीन देहरादून के 

देहरादून। प्रदेश में भारी बारिश की वजह से उत्तरकाशी और चमोली जिले में उच्चशक्ति की विद्युत लाइनों और खंभों को व्यापक क्षति पहुंची है। इसके चलते यमुनोत्री धाम समेत दोनों जिलों में 60 से ज्यादा गावों की विद्युत आपूर्ति ठप है। इस बीच, यमुनोत्री हाइवे में मलबे के साथ बहे दो मजदूरों के शव कई किलोमीटर आगे यमुना नदी से मिल गए हैं। अभी देहरादून के कालिदास रोड निवासी तीन मजदूरों समेत सात लापता हैं, जिनकी तलाश की जा रही है।

यमुना वैली में 400 मीटर विद्युत लाइन और 11 पोल डैमेज

राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार, उत्तरकाशी जिले की यमुना वैली में पालीगाड़-कुथनौर से आगे 33 केवी के तीन और 11 केवी के आठ पोल ध्वस्त होने के साथ ही 400 मीटर विद्युत लाइन टूट गई। इसकी वजह से यमुनोत्री धाम समेत करीब 30 गांव की विद्युत आपूर्ति बाधित है। हालांकि, देर शाम तक 33 केवी विद्युत लाइन को ठीक कर दिया गया, लेकिन 11 केवी पर काम जारी है।

नंदानगर और देवाल तहसील क्षेत्र के गांवों में बिजली गुल, कर्णप्रयाग में पानी बंद

उधर, चमोली जिले में नंदानगर तहसील क्षेत्रांतर्गत विद्युत वितरण खंड गोपेश्वर की 33 केवी लाइन क्षतिग्रस्त हो गई। इसकी वजह से नंदप्रयाग-घाट फीडर से जुड़े 15 गावों की बिजली गुल है। इसके साथ ही तहसील देवाल क्षेत्रांतर्गत विद्युत वितरण खंड नारायणबगड़ में बूरागाड़ फीडर की 11 केवी लाइन डैमेज हो गई। लाइन क्षतिग्रस्त होने से इस फीडर से जुड़े 15-20 गांवों की विद्युत आपूर्ति ठप है। दोनो जगह बिजली आपूर्ति बहाल करने के लिए टीमें जुटी हैं। चमोली जिले के कर्णप्रयाग नगर क्षेत्र में बोल्डर गिरने से पंपिंग लाइन डैमेज हो गई। इस कारण नगर की जलापूर्ति ठप है।

यमुनोत्री हाइवे का 30 मीटर हिस्सा वाशआउट, आवाजाही ठप

दूसरी ओर, उत्तरकाशी जिले में कुथनौर-सिलाईबैंड के समीप पालीगाड़ से आगे शनिवार रात भारी बारिश से ऋषिकेश-यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच-134) का करीब 30 मीटर हिस्सा वाशआउट हो गया। इसके चलते वाहनों की आवाजाही पूरी तरह ठप है। हाइवे के ध्वस्त हिस्से की मरम्मत की जा रही है।

कई किलोमीटर दूर यमुना से मिले दो मजदूरों के शव, लापता में दंपति भी शामिल 

उधर, शनिवार-रविवार की रात 2:30 बजे के आसपास यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर पालीगाड़ से करीब चार किलोमीटर आगे सिलाई बैंड के पास हुए भूस्खलन में लापता नौ मजदूरों में से दो के शव बरामद हो गए हैं। बताया गया है कि एक होटल निर्माण के लिए लाए गए 29 मजदूर रात अपने कैंप में थे, तभी भारी बारिश के बीच कैंप भूस्खलन की चपेट में आ गया। 20 मजदूरों को सुरक्षित निकल लिया गया, लेकिन नौ मलबे में दब गए। इनमें दो मजदूरों के शव मलबे के साथ बह कर कई किलोमीटर आगे निकल गए। बड़कोट में तिलाडी व छटांगा के बीच यमुना नदी से दोनों शवों को रेस्क्यू टीमों ने बरामद किया। इनमें एक नेपाल व दूसरा उत्तर प्रदेश के पीलीभीत का निवासी था। एक दंपति समेत अन्य सात लापता मजदूरों में तीन देहरादून और चार नेपाल के निवासी हैं।

मलबे में दबे कैंप के लापता मजदूर

1- जयचंद उर्फ बॉबी निवासी कालिदास रोड, देहरादून (38 वर्ष)

2- प्रिंस निवासी कालिदास रोड, देहरादून (20 वर्ष)

3- छोटू निवासी कालिदास रोड, देहरादून (22 वर्ष)

4- अनवीर धामी पुत्र प्रजन धामी निवासी स्वामिकार्तिक खापर वार्ड नं-03 जिला बाजुरा, नेपाल (40 वर्ष)

5- सर कटेल धामी पत्नी अनवीर धामीनिवासी उपरोक्त (32 वर्ष)

6- रोशन चौधरी पुत्र कुल्लू धारू निवासी भीमपुरा थाना राजापुर, जिला बर्दियां, नेपाल (37 वर्ष)

7- कुल्लू थारू पुत्र कर्ण बहादुर, निवासी उपरोक्त (60 वर्ष)

मजदूर, जिनके शव बड़कोट क्षेत्र में यमुना से मिले

1- केवल बिष्ट पुत्र बम बहादुर निवासी कर्ममोहनी, थाना राजापुर, जिला नेपाल (43 वर्ष)

2- दूजेलाल निवासी पीलीभीत (55 वर्ष)

प्रदेश के सभी स्कूल व आंगनबाड़ी केंद्र सोमवार 30 जून को बंद रहेंगे

रविवार देर रात सचिव (आपदा प्रबंधन) विनोद कुमार सुमन ने जानकारी दी कि देहरादून स्थित भारत मौसम विज्ञान केंद्र ने सोमवार 30 जून को प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। इसे देखते हुए प्रदेश में कक्षा-1 से 12 तक संचालित सभी शैक्षणिक संस्थाओं और आंगनबाडी केंद्रों में 30 जून को एक दिन का अवकाश घोषित किया गया है। उन्होंने बताया कि प्रदेश के शासकीय, गैर शासकीय व निजी स्कूलों के साथ ही  सभी आंगनबाडी केंद्र सोमवार 30 जून को बंद रहेंगे।

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