यमुनोत्री हाइवे पर मलबे में दबे 29 मजदूरों में से 9 अब भी लापता, मालसी में मसूरी रोड का हिस्सा धसा, सहस्त्रधारा रोड पर चार मंजिला बिल्डिंग लटकी, चारधाम यात्रा रोकी
उत्तरकाशी/देहरादून : प्रदेश के अधिकांश जिलों में शनिवार देर शाम से हो रही भारी बारिश के कारण व्यापक क्षति की खबरें आ रही हैं। उत्तरकाशी जिले में यमुनोत्री हाइवे पर सलाई बैंड क्षेत्र में लेबर कैंप भूस्खलन की चपेट में आ गया। इस घटना में 29 मजदूर मलबे में दब गए। 20 मजदूरों को बचा लिया गया है, लेकिन 9 अभी लापता हैं, जिनकी तलाश की जा रही है।

इधर, देहरादून में मसूरी बायपास मार्ग पर मालसी जू क्षेत्र में सड़क का एक हिस्सा धसने की वजह से भारी वाहनों की आवाजाही रोक दी गई है। शहर के सहस्त्रधारा रोड पर कृषाली चौक के समीप पुश्ता ढहने से खतरे में आई चार मंजिला बिल्डिंग को खाली करा लिया गया है। ऋषिकेश के खैरीखुर्द क्षेत्र में नाले के उफान से हुए बाढ़ जैसे हालत के बीच ग्रामीणों ने रात घरों की छतों पर शरण लेकर बिताई। इस बीच, भारी बारिश को देखते हुए सरकार ने चारधाम यात्रा को अगले 24 घंटे के लिए रोक दिया है।
सुबह तक चमोली में 185, जौलीग्रांट में 169 और नरेंद्रनगर में 165 मिलीमीटर से ज्यादा बारिश

मौसम विभाग ने उत्तराखंड में 29 और 30 जुलाई के लिए भर से बहुत भारी और कुछ जिलों में अत्यधिक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। राज्य के अधिकांश जिलों में शनिवार देर शाम से ही तेज बारिश हो रही है। खासकर, गढ़वाल मंडल के जिलों में मेघ जमकर बरस रहे हैं। रविवार सुबह 8:30 बजे तक पिछले 24 घंटों के दौरान चमोली में सर्वाधिक 185.4 मिलीमीटर, जौलीग्रांट में 169 मिलीमीटर और नरेंद्र नगर में 165 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की जा चुकी थी। कुमाऊं मंडल में इस दौरान सर्वाधिक 118 मिलीमीटर बारिश बागेश्वर जिले के कपकोट में रिकॉर्ड हुई। इस बीच, मौसम विभाग ने रविवार दोपहर तक के लिए अल्मोड़ा, बागेश्वर, चमोली, चंपावत, देहरादून, नैनीताल, पौडी गढ़वाल, पिथौरागढ, रूद्रप्रयाग, टेहरी गढ़वाल, उधम सिंह नगर, उत्तरकाशी जिले में अलग-अलग स्थानों, जैसे- नैनीताल, पिथौरागढ़, केदारनाथ, जोशीमठ, रानीखेत और इनके आसपास के क्षेत्रों में बिजली चमकने, 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने और बारिश के तीव्र से अत्यंत तीव्र दौर की चेतावनी जारी की है।
मलबे में दबे कैंप से लापता मजदूरों की तलाश में सर्च ऑपरेशन चला रहीं रेस्क्यू टीमें

भारी बारिश के कारण रात उत्तरकाशी जिले यमुनोत्री हाइवे पर सलाई बैंड क्षेत्र में भूस्खलन हो गया। यहां भारी मात्रा में आए मलबे में मजदूरों का कैंप दब गया। कैंप में उस वक्त 29 श्रमिक मौजूद थे। घटना की सूचना मिलते पुलिस और एसडीआरएफ की रेस्क्यू टीमें मौके के लिए रवाना हुईं। मार्ग बाधित होने के कारण टीम ने दुर्गम पैदल रास्ते से घटनास्थल तक पहुंच बनाई और मौके पर पहुंचते ही सघन सर्च ऑपरेशन शुरू किया। बाद में एनडीआरएफ, राजस्व विभाग, एनएच बड़कोट और स्वास्थ्य विभाग की टीमें भी मौके पर पहुंच गईं। एसडीआरएफ के अनुसार, सुबह तक 20 श्रमिकों को रेस्क्यू कर लिया गया। 9 श्रमिक अभी लापता हैं, जिनकी तलाश में टीमें जुटी हैं। ये सभी मजदूर वहां एक होटल के निर्माण के लिए लाए गए थे।
मालसी में ध्वस्त सड़क की मरम्मत का प्रयास, मसूरी का ट्रैफिक डायवर्ट
भारी बरसात के कारण राजधानी देहरादून के मसूरी डाइवर्जन पर मालसी जू पुलिया के पास सड़क का एक हिस्सा धंस गया है। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने इस मार्ग पर भारी वाहनों की आवाजाही रोक दी। पूर्वाह्न पीडब्ल्यूडी प्रांतीय खंड के अधिशासी अभियंता जितेंद्र त्रिपाठी विभागीय टीम के साथ मौके पर पहुंचे और ध्वस्त सड़क का जायजा लिया। पुलिस ने पर्यटकों व आम लोगों से मसूरी जाने के लिए वैकल्पिक मार्गों का इस्तेमाल करने की सलाह दी है।
सहस्त्रधारा क्षेत्र में पुश्ता खिसकने से खतरे में आई चार मंजिला बिल्डिंग खाली कराई

इसके अतिरिक्त भारी बारिश के कारण सहस्त्रधारा रोड पर कृषाली चौक के पास एक चार मंजिला इमारत के नीचे के पुस्ता का काफी हिस्सा ध्वस्त हो गया। इसके चलते बिल्डिंग गिरने की आशंका को देखते हुए सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस ने उसे खाली करवा लिया है। मौके पर स्थानीय पुलिस के साथ ही एसडीआरएफ और फायर सर्विस की टीमें तैनात की गई हैं।
खैरीखुर्द में भरा उफनाए नाले का पानी, भयभीत ग्रामीणों ने छतों पर काटी रात

ऋषिकेश के खैरीखुर्द में रात बंगला नाला के उफान पर आने से क्षेत्र में भरी जलभराव और कीचड़ भर गया। जलभराव की सूचना प्राप्त होते ही ढालवाला पोस्ट से एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची, जहां भयभीत स्थानीय लोग सुरक्षा की दृष्टि से अपने घरों की छतों पर शरण लिए हुए थे। जिला प्रशासन की ओर से मौके पर जेसीबी लगाकर एहतियाती उपाय किए जा रहे हैं।
मौसम का मिजाज देख कर सोमवार सुबह होगा चारधाम यात्रा पुनः शुरू करने पर विचार
भारी वर्षा और भूस्खलन की आशंका को देखते हुए चारधाम यात्रा को एक दिन के लिए स्थगित कर दिया गया है। गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पांडेय ने बताया कि वर्तमान मौसम संबंधी परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है। संबंधित जिलों के प्रशासन को अलर्ट पर रखा गया है। आयुक्त ने बताया कि आगे की यात्रा को लेकर निर्णय सोमवार को मौसम की स्थिति और मार्गों की समीक्षा के पश्चात लिया जाएगा। श्रद्धालुओं से अपील की गई है कि वे प्रशासन की ओर से जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें और मौसम सामान्य होने तक यात्रा स्थलों की तरफ प्रस्थान न करें। उधर, टिहरी जिला प्रशासन ने अपने क्षेत्रांतर्गत चारधाम यात्रा मार्गों पर ढालवाला, तपोवन, देवप्रयाग, कीर्तिनगर, नरेंद्रनगर, चंबा, कंडिसौड, लंबगांव, चमियाला और घनसाली में यात्रियों को रुकवाने की व्यवस्था की जा रही है।
श्रीनगर डैम से अलकनंदा में छोड़ा अतिरिक्त पानी, गंगा किनारे के क्षेत्र किए अलर्ट
पहाड़ी क्षेत्रों में अत्यधिक बारिश के कारण नदियों का जलस्तर भी बढ़ने लगा है। इसके चलते श्रीनगर डैम से लगभग 2500-3000 क्युमेक्स पानी छोड़ा जा रहा है। टिहरी जिला प्रशासन के अनुसार, डैम से पानी छोड़े जाने के कारण अलकनंदा और गंगा किनारे स्थित कीर्तिनगर, देवप्रयाग, तपोवन, मुनिकीरेती आदि क्षेत्रों में लगातार लोगों को अलर्ट किया जा रहा है।

