रवि बडोला हत्याकांड: आरोपी के घर पथराव और तोड़फोड़ करती भीड़ को पुलिस ने बल प्रयोग कर खदेड़ा
देहरादून। नेहरुग्राम क्षेत्र के डोभाल चौक पर हुए हत्याकांड के खिलाफ मंगलवार को दूसरे दिन भी क्षेत्र में तनाव बना हुआ है। आक्रोशित लोग हत्याकांड के आरोपियों के मकान को उत्तर प्रदेश की योगी सरकार की तर्ज पर बुलडोजर से ध्वस्त करने की मांग कर रहे हैं। अपनी मांग पर जोर देने के लिए काफी संख्या में क्षेत्रवासियों ने तेज धूप और गर्मी के बावजूद घंटों चक्काजाम किया। आक्रोशित भीड़ ने आरोपी सोनू-मोनू के घर पर पथराव और तोड़फोड़ कर दी। आक्रोशित भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने बल प्रयोग किया। इस बीच फायरिंग के आरोपी हिस्ट्रीशीटर को पुलिस ने राजस्थान से गिरफ्तार कर लिया है।

बीते 16 जून (रविवार) देर रात डोभाल चौक में गोली मारकर एक युवक की हत्या कर दी गई थी, जबकि दो अन्य स्थानीय युवक घायल हो गए। घायल सुभाष क्षेत्री और मनोज नेगी को रविवार रात ही इंद्रेश अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका उपचार चल रहा है। जबकि, गोली लगने से मृत छह नंबर पुलिया निवासी दीपक बडोला उर्फ रवि का शव सोमवार सुबह वहीं नजदीक एक नाले के पास से मिला। पुलिस को पूछताछ में घायलों ने बताया कि गढ़वाली कॉलोनी निवासी देवेंद्र कुमार उर्फ सोनू भारद्वाज और उसका भाई मोनू भारद्वाज दोनों पुत्र इंद्र कुमार शर्मा ब्याज का काम करते हैं। इनके घर में कुछ दिनों से मुजफ्फरनगर निवासी रामवीर, मेरठ निवासी योगेश और पटना बिहार निवासी मनीष रह रहे थे। रामवीर के विरूद्ध हत्या के कई मामले दर्ज हैं। इनका एक अन्य साथी अंकुश निवासी शिवलोक कॉलोनी भी उनके साथ था। उक्त चारों व्यक्ति अक्सर सोनू भारद्वाज के घर आया-जाया करते थे।
मुजफ्फरनगर निवासी रामवीर राजस्थान से दबोचा गया, अन्य की तलाश जारी

पुलिस के अनुसार, नेहरुग्राम निवासी सागर यादव पुत्र दिनेश यादव ने 15 जून को दीपक उर्फ रवि बडोला की सहमति के बिना उसकी टाटा स्टॉर्म गाड़ी को सोनू भारद्वाज के घर के पास सवा चार लाख रुपये में गिरवी रख दिया था। वाहन मालिक दीपक बडोला को जब इसका पता चला तो उसने सागर यादव उर्फ शंभू यादव से अपना वाहन मांगा, लेकिन यादव ने गाली-गलौज करते हुए बडोला को उसकी गाड़ी लौटने से इंकार कर दिया। इस पर बडोला ने सोनू भारद्वाज से अपना वाहन वापस मांगने के लिए संपर्क किया पर सोनू भारद्वाज ने भी वाहन देने से मना कर दिया। इसके बाद बडोला अपने साथी सुभाष क्षेत्री व मनोज नेगी के साथ अपना वाहन वापस मांगने सोनू भारद्वाज के घर गया। पुलिस के अनुसार इसी दौरान सोनू भारद्वाज, मोनू भारद्वाज, रामवीर, मनीष, अंकुश, योगेश आदि ने उन पर फायरिंग कर दी, जिसमें तीनों घायल हो गए और बडोला की मौत हो गई।

घटना में संलिप्त देवेंद्र उर्फ सोनू भारद्वाज, उसके भाई मोनू और सागर यादव को पुलिस ने सोमवार को ही गिरफ्तार कर लिया था। जबकि, फरार आरोपियों में से मुख्य अभियुक्त रामवीर को हल्की मुठभेड़ के बाद पुलिस ने देहरादून से करीब 400 किलोमीटर दूर तलवार गांव थाना बेहरोल सदर जिला कोटपुतली राजस्थान से गिरफ्तार कर लिया।
क्षेत्र में तनाव बरकरार, आक्रोशित लोगों ने घंटों चक्का जाम कर की आरोपियों के घर ढहाने की मांग

इसबीच, क्षेत्र में लगातार तनाव बना हुआ है। सोमवार को लोगों ने देर रात तक धरना-प्रदर्शन किया। मंगलवार सुबह करीब 9 बजे बड़ी संख्या में आक्रोशित क्षेत्रवासियों ने छह नंबर पुलिया जाम कर दी, जिससे रिंग रोड और डोभाल चौक मार्ग पर आवाजाही ठप्प हो गई। लोग आरोपियों के घरों को बुलडोजर से धवस्त करने की मांग कर रहे हैं। प्रदर्शनकारियों में स्थानीय लोगों के साथ ही उत्तराखंड बेरोजगार संघ, एनएसयूआई और उत्तराखंड क्रांति दल से जुड़े छात्र-युवा भी शामिल थे। दोपहर करीब एक बजे सीओ अनिल जोशी ने प्रदर्शनकारियों को रामवीर की गिरफ्तारी की सूचना देते हुए जाम खुलवाया। इसी दौरान आक्रोशित भीड़ ने आरोपी सोनू-मोनू के घर पत्र करते हुए तोड़फोड़ कर डाली। पुलिस ने हवा में लाठियां भांज कर और धक्का-मुक्की कर भीड़ को खदेड़ा।

