अब लैंसडौन से रहेगी 150 किमी. के हवाई दायरे में मौसम पर पैनी नजर, डॉपलर रडार हुआ ऑन
लैंसडौन। उत्तराखंड में वर्षों के इंतजार के बाद अब मौसम के एकदम सटीक पूर्वानुमान का रास्ता साफ हो गया है। लैंसडौन में भारत मौसम विभाग के अत्याधुनिक डॉपलर वेदर रडार (डीडब्ल्यूआर) ने काम शुरू कर दिया है। करीब 150 किलोमीटर परिधि के एरियल डिस्टेंस को कवर करने वाला यह एक्स-बैंड डॉपलर रडार उत्तराखंड में मुक्तेश्वर (नैनीताल) और सुरकंडा देवी (टिहरी) के बाद तीसरा है।
केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने किया उत्तराखंड के तीसरे डीडब्ल्यूआर का लोकार्पण

केंद्रीय पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के मंत्री किरण रिजिजू ने गढ़वाल के सांसद तीरथ सिंह रावत, राज्य के आपदा प्रबंधन सचिव रणजीत सिन्हा और राज्य मौसम केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह की मौजूदगी में इस डॉपलर रडार का लोकार्पण किया। रिजिजू ने इसे उत्तराखंड के लोगों के लिए काफी लाभकारी बताते हुए कहा कि इससे मौसम संबंधी पूर्वानुमानों में और सटीकता आएगी।
डॉपलर वेदर रडार से ये सब होगा संभव….
- वर्षा और तूफान के दौरान हवा की गति मापना, जो पारंपरिक मौसम रडार में संभव नहीं था। इस प्रकार डीडब्ल्यूआर बेहतर अलर्ट जारी करने में मदद करता है।
- भारी वर्षा की घटनाओं का पता लगाने और वार्निंग जारी करने के साथ ही वर्षा का बेहतर पूर्वानुमान लग सकेगा।
- बेहतर मौसम पूर्वानुमान, विशेषकर तात्कालिक (कुछ घंटों के लिए पूर्वानुमान) लगाने के लिए संख्यात्मक मौसम भविष्यवाणी मॉडल में अतिरिक्त इनपुट संभव।
- क्षेत्र में विशिष्ट वर्षा और तूफान की चेतावनी संभव होगी, हवाई सेवाओं, आपदा प्रबंधन और इमरजेंसी रिस्पॉन्स के लिए लाभकारी होगा।
- उपग्रहों जैसे अन्य सेंसरों के डाटा संयोजन से बेहतर पूर्वानुमान और वार्निंग प्राप्त की जा सकेगी, जिससे सार्वजनिक सुरक्षा संभव होगी।

