मातृशक्ति के कौशल से देश-दुनिया को परिचित कराने की दिशा में हो रहा कामः धामी
रूद्रपुर। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को ऊधमसिंह नगर जिला मुख्यालय रूद्रपुर में आयोजित नारीशक्ति वंदन महोत्सव में बतौर मुख्य अतिथि हिस्सा लिया। इस मौके पर उन्होंने विभिन्न महिला समूहों के लगाए स्टॉलों का निरीक्षण भी किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज एक ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘आत्मनिर्भर भारत’ के संकल्प को धरातल पर उतारने का कार्य हो रहा है, वहीं दूसरी ओर मातृशक्ति की प्रतिभा और कौशल से देश व दुनिया को परिचित कराने का कार्य भी किया जा रहा है। उत्तराखंड राज्य के निर्माण में मातृशक्ति के योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता।
हर घर में दीप जलें, 22 को हर मंदिर में श्रीराम का गुणगान

मुख्यमंत्री ने कहा कि राम मंदिर आंदोलन में भी महिलाओं ने बढ़चढ़कर भाग लिया था। उन्होंने महिलाओं का आह्वान किया कि आगामी 22 जनवरी को अयोध्या में भगवान श्रीराम के मंदिर के उद्घाटन के अवसर पर राम दीपोत्सव पर्व मनाएं और इसके लिए लोगों को जागरूक करें। 22 जनवरी को हर घर दीप जले-हर मंदिर में भगवान राम का गुणगान हो। यह संपूर्ण देश के लिए गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि बेटियों की शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण, टीकाकरण और अन्य आवश्यक जरूरतों पर भी सरकार पूरी संवेदनशीलता से काम कर रही है। आज देशभर में स्वयं सहायता समूहों से जुड़कर महिलाएं आत्मनिर्भर बन रही है। वर्तमान में देश में लगभग 70 लाख स्वयं सहायता समूह हैं, जिनसे लगभग 8 करोड़ बहनें जुड़ी है। पिछले 6-7 सालों के दौरान स्वयं सहायता समूहों में तीन गुना से अधिक की बढ़ोतरी हुई है। उत्तराखंड में भी महिला स्वयं सहायता समूहों ने प्रत्येक क्षेत्र में अभूतपूर्व कार्य किया है। कार्यक्रम में केंद्रीय रक्षा एवं पर्यटन राज्यमंत्री अजय भट्ट, जिले के प्रभारी मंत्री गणेश जोशी और क्षेत्रीय विधायक शिव अरोड़ा ने भी संबोधन किया।
रोड शो में उमड़ी भीड़, स्टॉल पर सीएम ने चलाया चरखा

इससे पूर्व मुख्यमंत्री धामी ने रूद्रपुर में रोड शो किया। गल्लामंडी से गांधी पार्क तक आयोजित रोड शो में उमड़े जन सैलाब में लोगों में काफी उत्साह दिखा। वहीं, कार्यक्रम स्थल पर मुख्यमंत्री ने पशुपालन विभाग के स्टॉल पर गिर प्रजाति की गाय का पूजन किया।
स्टॉलों के अवलोकन के दौरान उत्तराखंड राज्य आजीविका मिशन के स्टॉल पर मुख्यमंत्री ने चरखा कताई कर स्वयं सहायता समूह की महिलाओं का मनोबल बढ़ाया। उन्होंने विकसित भारत संकल्प यात्रा से लाभान्वित लाभार्थियों के साथ सीधा संवाद भी किया। मुख्यमंत्री ने मिट्टी के बर्तन और तुलसीमाला स्टॉल पर महिलाओं की इस स्वरोजगारपरक गतिविधि की सराहना करते हुए स्वयं भी इस पर अपना हाथ आजमाया।

