परिवहन हड़ताल के साइड इफेक्ट: पेट्रोल भरवाने के लिए पंपों पर उमड़ी भीड़
देहरादून। भारतीय न्याय संहिता में हिट एंड रन मामले में किए गए कठोर प्रावधानों के विरोध में मंगलवार को दूसरे दिन भी परिवहन हड़ताल रही। चालकों के हड़ताल पर होने के कारण अधिकांश सवारी वाहनों के साथ ही मालवाहक वाहनों का संचालन ठप रहा, जिससे आम जनजीवन पर असर दिखने लगा है। देर शाम राजधानी देहरादून समेत कई शहरों में पेट्रोल पंपों पर भीड़ उमड़ पड़ी।
हड़ताल का ज्यादा असर देहरादून और आसपास के क्षेत्रों में दिखा। हरिद्वार और रुड़की में हड़ताल का मिलजुला असर ही दिखा। पर्वतीय जिलों में वाहनों का संचालन करीब-करीब सामान्य रहा। राजधानी देहरादून से मंगलवार को उत्तराखंड परिवहन निगम की करीब 50 फीसद बसें गंतव्य के लिए रवाना हुईं। अलबत्ता, ट्रक, सिटी व निजी बसों का संचालन बंद रहा। टैक्सियां और पहाड़ी क्षेत्रों को जाने वाले सवारी वाहनों का संचालन भी नहीं हुआ। हड़तालियों ने कुछ टैक्सी चालकों को पकड़ कर उनका मुंह काला करने के साथ ही उन्हें जूतों की माला पहनाई। इसका वीडियो भी वायरल हुआ है, जो हरिद्वार-देहरादून के बीच कहीं का बताया जा रहा है।
मंगलवार शाम को पेट्रोल पंपों पर लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। देर रात तक पंपों पर वाहनों की लंबी कतारें लगी रहीं। लोगों ने कई दिन का पेट्रोल स्टॉक कर लिया। हालांकि, जिलापूर्ति विभाग के अधिकारियों का दावा है कि फिलहाल तेल व गैस का स्टॉक पर्याप्त मात्रा में है। लेकिन, इसके बावजूद लोग भयाक्रांत हैं। इस बीच, परिवहन व्यवसायियों की कांग्रेस नेता सूर्यकांत धस्माना की अगुआई में परिवहन सचिव से वार्ता भी हुई, जो बे-नतीजा रही।

