धामी ने योगी संग देखी कंगना की ‘तेजस’, मांगा अपने हिस्से का ‘पानी’
लखनऊ। मंगलवार को लखनऊ प्रवास के दौरान उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ अभिनेत्री कंगना रणौत की फिल्म ‘तेजस’ देखी। इस दौरान फिल्म की मुख्य अभिनेत्री कंगना रणौत भी मौजूद रहीं। इससे पहले धामी ने योगी से शिष्टाचार भेंट की। भेंट के दौरान उन्होंने बदरी-विशालजी की प्रतिमा और उत्तराखंड में उत्पादित श्रीअन्न से बने उत्पाद उपहार स्वरूप भेंट किए। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से दोनों राज्यों के बीच परिसंपत्तियों के बंटवारे से संबंधित विषयों पर भी चर्चा की।
हरिद्वार जिले के असिंचित क्षेत्रों के लिए गंगनहर से चाहिए 665 क्यूसेक पानी
भेंट के दौरान धामी ने योगी से हरिद्वार जिले के असिंचित क्षेत्रों के लिए गंगनहर से 665 क्यूसेक पानी उपलब्ध कराने का आग्रह किया। उन्होंने कहा है कि हरिद्वार जिले के तीन विकासखंडों के 74 गांवों की 18 हजार 280 हेक्टेयर असिंचित भूमि में सिंचाई सुविधा प्रदान करने के लिए 35 किलोमीटर लंबी इकबालपुर नहर प्रणाली और कनखल व जगजीतपुर नहर की क्षमता का विस्तार किया जाना प्रस्तावित है। उक्त क्षेत्र में सिंचाई के लिए कोई नदी या अन्य जल श्रोत उपलब्ध नही हैं। ऐसे में गंगनहर से 665 क्यूसेक पानी उत्तराखंड को मिलना आवश्यक है।
यूपी सिंचाई विभाग सिर्फ खरीफ सीजन में देने को तैयार, सीएम ने रबी के लिए भी की मांग
मुख्यमंत्री धामी ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी को बताया कि गंगनहर संचालन मंडल यूपी सिंचाई विभाग मेरठ के अधीक्षण अभियंता ने गंग नहर से 665 क्यूसेक जल मात्र खरीफ फसल के लिए उत्तराखंड को उपलब्ध कराने के संबंध में प्रारंभिक फिजीबिलिटी रिपोर्ट प्रेषित की थी, जिसमें कहा गया कि रबी की फसल की सिंचाई के लिए जल उपलब्ध नहीं है। धामी ने कहा कि उत्तराखंड राज्य की ओर से टिहरी बांध से मिलने वाले 4 हजार 879 क्यूसेक अतिरिक्त पानी में से 665 क्यूसेक पानी की मांग की गई है, जो न्यूनतम और औचित्यपूर्ण है। यह टिहरी बांध से उपलब्ध होने वाले अतिरिक्त जल का महज 13.5 प्रतिशत मात्र है और उत्तर प्रदेश की प्रस्तावित उपयोगिता 4 हजार क्यूसेक जल के पश्चात् अवशेष उपलब्ध जल से भी कम है। इस पर उत्तर प्रदेश शासन के स्तर से सहमति लंबित है।

हरिद्वार और यूएस नगर में स्थित सिंचाई विभाग की संपत्ति उत्तराखंड को देने का किया आग्रह
मुख्यमंत्री धामी ने दोनों राज्यों के मुख्य सचिव स्तर पर सहमति बनने के बावजूद हरिद्वार में सिंचाई विभाग की 615.836 हेक्टेयर भूमि, 348 आवासीय और 167 अनावासीय भवन उत्तराखंड को हस्तांरित न किए जाने का मुद्दा भी उठाया। इसी तरह ऊधमसिंह नगर जिले की कुल 332.74 हेक्टेयर भूमि में से 322 हेक्टयेर नानक सागर बांध डूब क्षेत्र की भूमि से अतिक्रमण हटकर शेष 10.748 हेक्टेयर भूमि उत्तराखंड को उपलब्ध कराने और बनबसा स्थित भूमि पर पूर्व में बनी सहमति के अनुरूप शीघ्र उत्तराखंड को हस्तांतरित करने पर जोर दिया।

