उत्तराखंड भर में उल्लास से मना स्वतंत्रता दिवस, मुख्य समारोह में सीएम ने किया ध्वजारोहण
देहरादून। प्रदेषभर में मंगलवार को 77वां स्वतंत्रता दिवस उमंग, उल्लास और राश्ट्रप्रेम की भावना के साथ मनाया गया। राजधानी देहरादून समेत सभी 13 जिला मुख्यालयों, सरकारी-अर्द्ध सरकारी कार्यालयों, प्रतिश्ठानों और सार्वजनिक स्थलों पर झंडारोहण किया गया। स्कूली बच्चों ने प्रभातफेरियां निकाली।

राज्यस्तरीय मुख्य समारोह देहरादून के ऐतिहासिक परेड मैदान पर आयोजित किया गया, जहां मुख्यमंत्री पुश्कर सिंह धामी ने ध्वजारोहण किया। फोटो प्रदर्षनी का भी उन्होंने उद्घाटन किया। इस अवसर पर संबोधन में मुख्यमंत्री ने राज्यवासियों को स्वतंत्रता दिवस की षुभकामनाएं दीं और लोक कल्याण से जुड़ी 13 घोशणाएं कीं। समारोह में पूर्व मुख्यमंत्री व सांसद डॉ. रमेष पोखरियाल निषंक, मेयर सुनील उनियाल गामा, मुख्य सचिव डॉ. एसएस संधु, अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, डीजीपी अषोक कुमार समेत अनेक अधिकारी और अन्य लोग मौजूद रहे।
पांच पुलिस अधिकारियों-कर्मियों को मिला ‘मुख्यमंत्री सराहनीय सेवा पदक’
समारोह में मुख्यमंत्री ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के परिजनों को सम्मानित किया साथ ही पांच पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों को ‘मुख्यमंत्री सराहनीय सेवा पदक’ प्रदान किया गया। हेड कांस्टेबल चमन कुमार, एसपी अमित श्रीवास्तव, एसपी रेखा यादव, एएसपी सरिता डोभाल और आरक्षी धीरेंद्र सिंह चौहान षामिल हैं।
स्वाधीनता दिवस पर मुख्यमंत्री की घोशणाएं-
1.- आमजन को वर्शभर भवन निर्माण सामग्री ऑनलाइन बुकिंग के माध्यम से सीधे घर तक उपलब्ध कराने के लिए ‘खनिज प्रसंस्करण पोर्टल’ बनेगा। इसका उद्देष्य खनिजों की कालाबाजारी रोकने और लोगों को सस्ते दामों पर इन्हे आसानी से उपलब्ध कराना है।
2.- दुर्गम इलाकों में गर्भवती महिलाओं की सुरक्षा के लिए ‘मुख्यमंत्री जच्चा-बच्चा सुरक्षा योजना’ षुरू की जाएगी। इसमें विशम परिस्थितियों में गर्भवती महिलाओं को एयरलिफ्ट किया जाएगा। इस व्यवस्था को एंबुलेंस सेवा-108 से जोड़ा जाएगा।
3.- राजकीय विद्यालयों में कक्षा-12 तक के सभी छात्र-छात्राओं को उनके विशय की पुस्तकें हिंदी और अंग्रेजी दोनों माध्यमों में निःषुल्क उपलब्ध कराई जाएंगी।
4.- ‘अग्निवीर योजना’ के विरोध प्रदर्षन में षामिल रहे उन सभी युवाओं पर लगे मुकदमे समाप्त किए जाएंगे, जो विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं या स्कूल-कॉलेज की पढ़ाई कर रहे हैं।
5.- राज्य के प्रमुख चौराहों और सड़कों का नामकरण राज्य के स्वतंत्रता सेनानियों, षहीदों, साहित्यकारों और महान विभूतियों के नाम पर किया जाएगा।
6.- राज्य में एकल, निराश्रित, परित्यक्ता व विधवा महिलाओं को उनके निवास स्थान पर ही रोजगार सृजन के लिए प्रोत्साहित करने को मुख्यमंत्री ‘एकल महिला स्वरोजगार योजना’ आरंभ की जाएगी।
7.- पर्वतीय क्षेत्र के नगरों को विकसित करने के लिए ‘मुख्यमंत्री पर्वतीय नगर विकास योजना’ के अंतर्गत एक-एक षहर को दोनों मंडलों में ‘मॉडल सिटी’ के तौर पर विकसित किया जाएगा।
8.- मजदूर वर्ग के बच्चों के लिए उचित षिक्षा व संतुलित पोशण सुनिष्चित करने को मोबाइल स्कूल व मोबाइल आंगनबाड़ी केंद्रों की संख्या बढ़ाई जाएगी।
9.- विकासनगर क्षेत्र में यमुना किनारे स्थित प्राचीन नगर ‘हरिपुर’ को उसका ऐतिहासिक व पौराणिक स्वरूप दिलाने के लिए विस्तृत कार्ययोजना बनाई जाएगी।
10.- प्रदेष में जनजातीय संस्कृति के संवर्द्धन के लिए राश्ट्रीय जनजातीय सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी।
11.- सीमांत जनजातीय क्षेत्रों में ‘एकलव्य स्कूलों’ की संख्या में वृद्धि करने के लिए केंद्र से आग्रह किया जाएगा।
12.- एक से अधिक प्रतियोगी परीक्षाओं में सफल हुए प्रतियोगियों के कारण रिक्त हुए पदों पर प्रतीक्षा सूची के आधार पर नियुक्ति प्रदान की जाएगी। यह प्रतीक्षा सूची एक निष्चित समयावधि तक मान्य और प्रभावी होगी।
13.- प्रदेष में कुटर उद्योगों व स्वरोजगार को बढ़ावा देने और इनके उत्पादों की बिक्री के लिए ‘यूनिटी मॉल’ की स्थापना की जाएगी।

