आद्य शंकराचार्य की गद्दी, तेल कलश और डोलियां पहुंचीं बदरीधाम, कल खुलेंगे कपाट
जोशीमठ। चमोली जिले में हिमालय के मध्य स्थित बदरीनाथ धाम के कपाट वीरवार 27 अप्रैल की सुबह श्रद्धालुओं के लिए खुलेंगे। बुधवार को इससे संबंधित सभी तैयारियां पूरी कर ली गई। आद्य गुरू शंकराचार्य की गद्दी, गाडू घड़ा (तेल कलश) समेत गरूड़जी और उद्वजी की डोडियां बुधवार दोपहर बदरीनाथ धाम पहुंच गईं।

मंगलवार को ज्योर्तिमठ (जोशीमठ) स्थित नृसिंह मंदिर परिसर में उत्सवी माहौल में पूजा-अर्चना का क्रम चला। पहले नरेंद्र नगर पैलेस में निकाले गए तिलों के तेल से भरा गाडू घड़ा (तेल कलश) डिम्मर गांव से यहां नृसिंह मंदिर पहुंचा। पूजा-अर्चना के बाद नृसिंह मंदिर से बदरीनाथ के रावल ईश्वरी प्रसाद नंबूदरी की अगुआई में गाडू घड़ा, आद्य गुरु शंकराचार्यजी की गद्दी बुधवार सुबह पांडुकेश्वर स्थित योगध्यान बदरी मंदिर पहुंचे। वहां से गरूड़जी और उद्वजी की डोलियों के साथ यात्रा रवाना हुई, जो दोपहर बदरीनाथ पहुंची। वहां वीरवार सुबह कपाट खुलेंगे। इसके साथ ही इस वर्ष की चारधाम यात्रा पूरी रफ्तार पकड़ लेगी।

