उत्तराखंड

जौलीग्रांट में एसडीआरएफ मुख्यालय, ट्रेनिंग सेंटर और फायर स्टेशन का लोकार्पण

डोईवाला। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को जौलीग्रांट में नव निर्मित एसडीआरएफ मुख्यालय, ट्रेनिंग सेंटर और फायर स्टेशन का लोकार्पण किया। उन्होंने इस अवसर पर एसडीआरएफ के जवानों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित भी किया। लगभग 144.43 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित मुख्यालय में प्रशिक्षण व आपदा प्रबंधन की दृष्टि से अन्य गतिविधियां भी होंगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि एसडीआरएफ के जवान और अधिकारी अपने कर्तव्यों का निर्वहन साहस, वीरता, सेवा और समर्पण भाव से कर रहे हैं। राज्य में 2013 में एसडीआरएफ ने गठन के समय से ही आपदा के समय देवभूमि में अनुकरणीय और प्रभावी कार्य किए हैं। गठन से अब तक एसडीआरएफ तीन हजार से अधिक रेस्क्यू ऑपरेशनों में 12 हजार से अधिक घायलों का सफल रेस्क्यू कर चुकी है। विषम परिस्थितियों में करीब दो हजार शवों को भी इसके जवानों ने रिकवर किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जोशीमठ में भूधंसाव की घटना के पश्चात राहत व बचाव कार्य के साथ-साथ लोगों को जागरूक करने का कार्य भी एसडीआरएफ ने बड़ी कुशलता के साथ किया।

 

हाई एल्टीट्यूड में रेस्क्यू ऑपरेशन पर मिलेगा जोखिम भत्ता

कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि 11 हजार फीट से अधिक उंचाई पर किए जाने वाले रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए अन्य अर्धसैनिक बलों की तर्ज पर एसडीआरएफ के राजपत्रित अधिकारियों को 1500 रुपये और अराजपत्रित अधिकारियों व कर्मचारियों को 1000 रुपये प्रतिदिन जोखिम भत्ता दिया जाएगा। इसके साथ ही आपदा प्रबंधन में महिलाओं की भागीदारी को बढ़ाने के लिए एसडीआरएफ की छठी कंपनी गठित की जाएगी। इस कंपनी में प्राथमिकता के आधार पर एक-तिहाई महिला कार्मिकों की नियुक्ति की जाएगी। एसडीआरफ में प्रतिनियुक्ति की समयावधि सात साल से बढ़ाकर 10 वर्ष करने की भी घोषणा की गई।

कार्यक्रम में हरिद्वार सांसद डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि राज्य की विषम भौगोलिक परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए एसडीआरएफ को जिला और मंडल स्तर तक भी लोगों को प्रशिक्षण देने की दिशा में आगे बढ़ना होगा। अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने कहा कि उत्तराखंड में एसडीआरएफ ने गठन के बाद से ही सराहनीय कार्य किया है। यह आपदा प्रबंधन की दृष्टि से एक सशक्त बल के रूप में कार्य कर रही है। पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने जानकारी दी कि एसडीआरएफ की पांच कंपनियां कार्य कर रही हैं। प्रदेश में 39 स्थानों पर एसडीआरएफ की टीमें तैनात की गई हैं। व्यवस्थित की गई हैं।

इस अवसर पर डोईवाला के विधायक बृजभूषण गैरोला, सचिव (आपदा प्रबंधन) डॉ. रंजीत कुमार सिन्हा, अपर पुलिस महानिदेशक डॉ. पीवीके प्रसाद, एसडीआरएफ की आईजी रिद्धिम अग्रवाल, एसडीआरएफ के कमांडेंट मणिकांत मिश्रा मौजूद रहे।

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